ताज़ा ख़बर

भारत के साथ बढ़ती दोस्ती के लिए USA पीएम मोदी का आभारी, रूस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने फिर ऐसे की भारत की तारीफ

वाशिंगटन। रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) के बीच युद्ध दौरान संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में रूस के खिलाफ प्रस्ताव में गैरहाजिर होकर भारत (India) एक तरह से लगातार अप्रत्यक्ष रूप से अपने सबसे पुराने दोस्त को समर्थन दे रहा है। जाहिर है कि यह बात अमेरिका (America) को नागवार गुजर रही होगी। हालांकि इस बीच जो बाइडेन (Joe Biden) से लेकर कई अधिकारी और सीनेटर भारत (Senator India) के साथ अपनी नई दोस्ती को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।

अमेरिका के एक शीर्ष सीनेटर ने कहा कि दोनों देशों के बीच बढ़ती दोस्ती के लिए अमेरिका भारत के लोगों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) का आभारी है। नियर ईस्ट, साउथ एशिया, सेंट्रल एशिया और आतंकवादरोधी सीनेट फॉरेन रिलेशंस उपसमिति के अध्यक्ष (Chairman of the Counter-Terrorism Senate Foreign Relations Subcommittee) सीनेटर क्रिस मर्फी (Senator Chris Murphy) ने कहा, अमेरिका-भारत संबंध यकीनन कभी मजबूत नहीं रहे हैं।

भारत और अमेरिका के संबंधों पर सीनेट में सुनवाई के दौरान मर्फी ने कहा कि द्विपक्षीय संबंध एक अच्छे कारण के लिए मजबूत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब से पांच साल बाद भारत दुनिया की सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पहले से ही दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। पिछले साल यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था थी।

दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत
भारत पहले ही दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और पिछले साल यह दुनिया की सबसे तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्था था। मर्फी ने कहा कि भारत के पास दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सेना है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के दौरान, भारत का बायोफार्मास्युटिकल उद्योग अमेरिका और शेष दुनिया में पीपीई किट तथा टीकों के प्रमुख उत्पादक के रूप में उभरा है।





रूस ने भारत के स्टैंड को कहा था धन्यवाद
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस के खिलाफ लाए गए निंदा प्रस्ताव पर वोटिंग से भारत ने खुद को अलग रखा था। रूस ने वीटो का इस्तेमाल कर इस प्रस्ताव को गिरा दिया था। रूस ने भारत के स्टैंड के लिए धन्यवाद कहा था। वहीं, अमेरिका ने भी कहा कि इससे हमें कोई दिक्कत नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने कहा कि भारत के रूस के साथ संबंध, अमेरिका और रूस के बीच संबंधों से अलग है। इसमें परेशानी की कोई बात नहीं है।

विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि भारत के साथ अमेरिका के अहम हित और मूल्य जुड़े हुए हैं। प्राइस ने शुक्रवार को दौनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा था, भारत के साथ हमारे अहम हित जुड़े हुए हैं। हम भारत के साथ अहम मूल्य साझा करते हैं। हम जानते हैं कि भारत के रूस के साथ संबंध उन संबंधों से अलग हैं जो हमारे और रूस के बीच हैं। सही में इसमें कोई परेशानी की बात नहीं है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button