ताज़ा ख़बर

यूक्रेन का संकट पहुंचा सुप्रीम कोर्ट: याचिका पर सीजेआई बोले- छात्रों से सहानुभूति पर युद्ध रोकने पुतिन को नहीं दे सकते निर्देश

नई दिल्ली। यूक्रेन में फंसे भारतीयों (Indians stranded in Ukraine) को सुरक्षित निकालने का मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) पहुंच गया है। एक वकील ने इस सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके भारत सरकार को निर्देश देने की मांग की है, ताकि यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकाल कर स्वदेश लाया जा सके। जिस पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना (Chief Justice NV Ramana) की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि भारत सरकार भारतीयों को निकालने के लिए अपना काम कर रही है।

अदालत ने यह भी कहा है कि उसे अपने छात्रों से सहानुभूति है और बुरा भी लग रहा है। लेकिन, यह भी कहा कि युद्ध रोकने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) को निर्देश कैसे दिया जा सकता है। बता दें कि आपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत आज 3726 भारतीयों को अब तक यूक्रेन से वापस लाया गया है। यह जानकारी केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य  सिंधिया (Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) ने दी है। उन्होंने कहा कि बुखारेस्ट से 8 फ्लाइट, सुसेवा से 2 फ्लाइट, कोसिसे से 1 फ्लाइट, बुडापेस्ट से 5 फ्लाइट और रेजजो से 3 फ्लाइट से भारतीय छात्रों और अन्य लोगों को वापस लाया जाएगा।

याचिकाकर्ता वकील ने कहा कि वहां माइनस 7 तापमान है। कोर्ट भारतीय विदेश मंत्रालय को वहां फंसे लोगों को राहत मुहैया कराने का निर्देश दें। सीजेआई ने कहा कि हम इस मामले में क्या कर सकते हैं? कल को आप कहोगे कि पुतिन को निर्देश जारी करें. सीजेआई ने कहा कि क्या हम पुतिन से युद्ध रोकने के लिए कह सकते हैं? छात्रों के साथ हमारी पूरी सहानुभूति और चिंता है। भारत सरकार अपना काम कर रही है।





जल्दी सुनवाई की गुहार पर सीजेआई जस्टिस एनवी रमणा ने कहा कि हम अटॉर्नी जनरल को तलब कर रहे हैं। फिर अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल जब कोर्ट में पेश हुए तो उनकी तरफ से कहा गया कि वह इसको पुख्ता करेंगे। उन्होंने बताया कि फंसे छात्रों के मसले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की दोनों से बात की है।

पूर्वी यूक्रेन में फंसे भारतीयों को मदद की आवश्यकता है: छात्र
यूक्रेन से बृहस्पतिवार को मुंबई पहुंचे एक छात्र ने कहा है कि युद्धग्रस्त देश में अब भी कई भारतीय छात्र फंसे हुए हैं और उन्हें मदद की आवश्यकता है। अधिकारियों ने बताया कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे 183 यात्रियों को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से लेकर एक विशेष विमान बृहस्पतिवार सुबह मुंबई पहुंचा। इन यात्रियों में एक नवजात भी शामिल है। केन्द्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने मुंबई पहुंची तीसरी निकासी उड़ान में सवार लोगों का हवाई अड्डे पर स्वागत किया। ‘एअर इंडिया एक्सप्रेस’ का विमान सुबह करीब साढ़े पांच बजे बुडापेस्ट से यहां पहुंचा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button