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80 साल पहले यूक्रेन ने यहूदियों को बचाने का किया था फैसला, अब अब यूक्रेन को बचाए इजराइल, बोले यूक्रेनी राष्ट्रपति

कीव। रूसी सेना के आक्रमण की मार झेल रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इजराइल से रूस के खिलाफ तटस्थता को छोड़ने के साथ कड़ा रुख अपनाने का अनुरोध किया। इजराइल के सांसदों को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच प्रमुख वातार्कार बनकर उभरे। इजराइल के लिये यह तय करने का समय है कि वह किसके साथ है। उन्होंने कहा कि इजराइल को रूस पर प्रतिबंध लगाकर और यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करके अपने सहयोगी पश्चिमी देशों का अनुसरण करना चाहिये।

उनहोंने कहा की यहूदी देश को यूक्रेन के समर्थन में खड़े होना चाहिए। जेलेंस्की भी यहूदी हैं। इजरायली सांसदों को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने रूस के हमले की तुलना होलोकॉस्ट से की। उन्होंने कहा, ‘आज से 80 साल पहले भी यूक्रेन ने यहूदियों को बचाने का फैसला किया था। अब समय आ गया है कि इजरायल यूक्रेन को बचाए।’





जेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन के खिलाफ ‘अंतिम समाधान’ पर काम करने का आरोप लगाया। अंतिम समाधान शब्द का उपयोग नाजी जर्मनी ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 60 लाख यहूदियों के सुनियोजित नरसंहार के लिए किया था। यहूदी धर्म से संबंध रखने वाले जेलेंस्की ने यह भी कहा कि रूस की एक मिसाइल बाबी यार पर भी हमला कर चुकी है। बाबी यार 1941 में हुए नरसंहार में जान गंवाने वाले यहूदियों की याद में बना एक स्मारक है, जो यूक्रेन में स्थित है।

बता दें कि जब से रूस ने हमला शुरू किया है इजरालय के प्रधानमंत्री नेफताली बेनेट रणनीतिक रूप से अपना काम कर रहे हैं। मॉस्को और कीव दोनों के साथ अपने मजबूत संबंधों को देखते हुए इजरायल ने फैसले लिए हैं और बातचीत के जरिए हल निकालने की वकालत की है। सीरिया में रूस की सेना की मौजूदगी से इजरायल की सीमा को सुरक्षा मिलती है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इजरायल की मध्यस्थता को लेकर कहा कि हम दो राष्ट्रों के बीच तो मध्यस्थता कर सकते हैं लेकिन अच्छाई और बुराई के बीच मध्यस्थता संभव नहीं है।

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