यूत्री में इत्र कारोबारियों की बढ़ीं मुश्किलें: अब पुष्पराज पर आईटी का शिकंजा, सपा ने भाजपा को घेरा
नई दिल्ली। कन्नौज शहर (Kannauj City) के इत्र कारोबारियों (perfume dealers) की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) पर कार्रवाई करने के बाद अब आयकर विभाग (Income tax department) ने पुष्पराज जैन (Pushpraj Jain) के घर पर दबिश दी है। पुष्पराज जैन समाजवादी पार्टी (SP) के एमएलसी (MLC) हैं और इन्होंने समाजवादी इत्र बनाया था। इसके अलावा टीम ने अयूब मियां के आवास और कारखानों में IT की टीमों ने छापा मारा है। सूत्रों के मुताबिक आयकर की टीम पुष्पराज के घर पर सुबह 7 बजे पहुंची है।
इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के करीबी है और हाल में उन्होंने समाजवादी इत्र लांच किया था। आज अखिलेश यादव कन्नौज में प्रेसवार्ता करने आ रहे थे उनके आने से पहले शुरू हुई कारवाई को लेकर हलचल बढ़ गई। सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग की टीम पुष्पराज जैन के घर, आफिस समेत 50 ठीकानों पर तलाशी कर रही है। आयकर विभाग की टीमों ने उत्तर प्रदेश (UP) ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी छापा मारा है। शुरूआती जानकारी में टैक्स चोरी (tax fraud) के आरोप में ये छापेमारी करने की बात कही जा रही है।
फरफ्यूम से खत्म होती है दुश्मनी, बोले थे पुष्पराज
एक दिन पहले इंटरव्यू में पुष्पराज जैन ने कहा था कि जब कारोबारी आगे बढ़ेगा तो देश बढ़ेगा। उन्होंने कहा था कि सरकार को कारोबारियों के लिए व्यापारिक माहौल बनाना चाहिए, ताकि देश को फायदा हो। समाजवादी परफ्यूम दिखाते हुए उन्होंने कहा था कि हम ये परफ्यूम सपा के आफिस में फ्री में बांटते हैं, इससे दुश्मनी खत्म होती है।
सपा ने भाजपा पर बोला हमला
पुष्पराज जैन के यहां छापेमारी की खबरें आते ही इस पर सियासत भी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी की ओर से इस पर प्रतिक्रिया सामने आई है। सपा का कहना है कि अखिलेश यादव ने जैसे ही कन्नौज में प्रेस कॉन्फ्रेंस की घोषणा की, वैसी ही बीजेपी सरकार ने सपा एमएलसी पम्पी जैन के यहां छापामार कार्रवाई शुरू कर दी। सपा ने कहा कि भाजपा का डर और बौखलाहट साफ है।
पान मसाला कंपनी और ट्रांसपोर्टर से पीयूष के कारोबारी रिश्तों की जांच शुरू
उधर, इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज स्थित आवासों से मिली 197 करोड़ रुपये की नकदी को सीज कर डीजीजीआई ने शिखर पान मसाला के मालिक प्रदीप अग्रवाल, ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन से उसके कारोबारी रिश्तों की जांच शुरू कर दी है। बीते वर्षों के दौरान इनके बीच हुए कारोबार की जानकारी जुटाई जा रही है। जांच एजेंसी यह पता कर रही है कि इनके बीच कितने साल से कारोबार चल रहा है, ट्रांसपोर्टर की इसमें क्या भूमिका है, कितने ट्रकों से कर चोरी या कैश इधर-उधर किया जा रहा था?