मुंबई में देर रात एनसीबी की बड़ी कार्रवाई: ड्रग सप्लायर फारुख बटाटा का बेटा शादाब आया शिकंजे में, मिली दो करोड़ की ड्रग
मुंबई। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने देर रात एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मुंबई के सबसे बड़े ड्रग सप्लायर फारुख बटाटा के बेटे शादाब को गिरफ्तार किया है। देर रात मुंबई में तीन जगहों पर एनसीबी छापा मारा था। शादाब के पास से दो करोड़ रुपए मूल्य की ड्रग्स, एक लग्जरी कार और एक कैश काउंटिंग मशीन बरामद हुई है।
जांच में सामने आया है कि फारुख पहले सड़कों पर आलू बेचता था, इसीलिए उसके नाम के साथ बटाटा जुड़ गया। महाराष्ट्र में आलू को बटाटा कहते हैं। बाद में वह अंडरवर्ल्ड के संपर्क में आया और अब वह मुंबई का सबसे बड़ा ड्रग्स सप्लायर है।
बॉलीवुड में ड्रग्स सप्लाई करता था शादाब
जानकारी के मुताबिक, एनसीबी ने बीती रात लोखंडवाला, वसोर्वा और मीरा रोड इलाके में छापेमारी की और शादाब को गिरफ्तार किया। ठउइ को उसके पास से भारी मात्रा में एमडी ड्रग्स मिली है। जिसकी बजार में कीमत 2 करोड़ रुपए है। आज शादाब को एनडीपीएस कोर्ट में पेश किया जाएगा। शादाब बटाटा ड्रग्स के धंधे से काफी समय से जुड़ा हुआ था और मुंबई के सेलिब्रिटीज को ड्रग्स सप्लाई करने का काम करता था।
सुशांत केस में भी आया था नाम
मुंबई में एनडीपीएस के अलावा विदेशों से आने वाली ड्रग जैसे एलएसडी, गांजा, कोकीन का सबसे बड़ा सप्लायर फारुख ही है। ऐसे में उसके बेटे की गिरफ्तारी एनसीबी के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। एनसीबी का मानना है कि मुंबई की हर बड़ी ड्रग्स पार्टीज में वह ड्रग्स सप्लाई करता है। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स एंगल केस में भी इसका नाम आया था।
फारुख का दूसरा बेटा भी बड़ा ड्रग्स सप्लायर
जांच में सामने आया है कि फारुख का दूसरा बेटा सैफ भी ड्रग्स के धंधे से जुड़ा है। जांच में सामने आया है कि सैफ के पास कई लग्जरी गाड़ियां हैं और वह इन्हीं गाड़ियों में बॉलीवुड सेलेब्रिटीज को ड्रग्स की सप्लाई करता था। एनसीबी इस पर भी जल्द कार्रवाई कर सकती है।
7 फरवरी को चिंकू पठान हुआ था गिरफ्तार
एक दिन पहले एनसीबी ने ड्रग पेडलर्स के खिलाफ मुंबई के अंधेरी और डोंगरी इलाके में छापेमारी की थी। इससे पहले बीती 7 फरवरी को भी अंधेरी और डोंगरी इलाके में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने छापेमारी की थी। इसमें भगोड़े माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के गुर्गे परवेज खान उर्फ चिंकू पठान को गिरफ्तार करने में सफलता मिली थी।