शिवराज ने 100 महिला पुलिसकर्मियों को सौंपे वाहन: बोले- महिला अपराधों के प्रति हमारा जीरो टॉलरेंस, महिलाओं की सुरक्षा पहली प्राथमिकता
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश के दूरस्थ अंचलों के थानों की ऊर्जा महिला डेस्क को 100 दोपहिया वाहन वितरण किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने दो पहिया वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। इसके बाद सीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मां-बेटी और बहनों की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक अभियान संचालित किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महिला अपराधों के प्रति हमारा जीरो टॉलरेंस हैं। बेटियों के साथ अभद्रता करने वालों को सीधे फांसी के फंदे पर चढ़ाने का कानून प्रदेश की विधानसभा ने देश में सबसे पहले बनाया था। उन्होंने कहा कि हमारा यह फैसला था कि पुलिस फोर्स में 30 प्रतिशत भर्तियां महिलाओं की होगी। यह गर्व का विषय है कि बेटियां पूरी क्षमता के साथ सुरक्षा के इस दायित्व को पूर्ण गंभीरता और वीरता के साथ निभा रही हैं।
मप्र में स्थापित किए गए महिला थाने
मुख्यमंत्री ने आगे कहा किप्रदेश में महिला थाने स्थापित किए गए हैं। महिला हेल्प डेस्क बनाई गई हैं। साथ ही ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गईं हैं। थानों में महिलाएं बिना किसी झिझक के एफआईआर लिखवा सकें, इस उद्देश्य से महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गईं हैं। महिला पुलिस कर्मियों द्वारा अपना यह दायित्व निभाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिला अपराध से संबंधित कोई सूचना मिले तो घटना स्थल पर पहुंचने में देरी न हो, इस उद्देश्य से ही ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क को दोपहिया वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
प्रदेश में 700 थानों में ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क बनाई गई हैं। उनमें से 100 डेस्क को दोपहिया वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। शेष 600 महिला हेल्प डेस्क को दो चरण में वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। माँ-बहन और बेटी की सुरक्षा में राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
डीजीपी बोले- महिला सुरक्षा सीएम की सर्वोच्च प्राथमिकता
पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि महिला सुरक्षा सीएम की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री चौहान के निर्देशन और मार्गदर्शन में प्रदेश में कई नवाचार हुए हैं, जिनमें प्रत्येक जिले में महिला थाने की स्थापना, 700 थानों में ऊर्जा महिला डेस्क की स्थापना, पुलिस इकाइयों में झूलाघर की स्थापना, 1090 महिला हेल्प लाइन स्थापित करना, गुम नाबालिग बालक-बालिकाओं को खोजने के लिए आपरेशन मुस्कान तथा आॅपरेशन हेल्पिंग हेंड आरंभ करना सम्मिलित हैं।