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महाराष्ट्र संकट के बीच इस तरह अटल बिहारी बन गए संजय राऊत
मुंबई। महाराष्ट्र में सियासी उठापटक चरम पर है। शिवसेना के बागी विधायकों ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की नाक में दम कर रखा है। पार्टी के संकटमोचक माने जाने वाले सांसद संजय राऊत भी खासी परेशानी में दिख रहे हैं। इस सबके बीच राऊत ने एक बात कही, जो दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद दिलाती है।
वाजपेयी की एक मशहूर कविता में उन्होंने लिखा था, ‘हार नहीं मानूंगा।’ इससे ही मिलती-जुलती बात राऊत ने शिवसेना सरकार पर मंडरा रहे खतरे के बीच कही है। राउत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मुखिया शरद पवार के साथ शुक्रवार को बैठक के बाद कहा कि वह हार नहीं मानेंगे और जीतेंगे।
राउत ने संवाददाताओं को बताया कि शरद पवार लगातार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के संपर्क में हैं और महा विकास अघाड़ी सरकार मजबूत है और वह बागी विधायकों को चुनौती देते हैं कि आइये और सामना कीजिए। वह सदन से लेकर सड़क तक लड़ने को तैयार हैं और जीत उनकी ही होगी।
दूसरी तरफ बागी विधायकों का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनके पास शिव सेना के 40 और 12 निर्दलीय विधायक हैं। उन्होंने कहा,“ हमारी स्थिति मजबूत है। हम लोगों का हस्ताक्षर फर्जी नहीं है।”
शिव सेना द्वारा 12 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग पर शिंदे ने कहा कि उनकी यह मांग असंवैधानिक है, क्योंकि उनके पास संख्या कम है। उन्होंने कहा कि आज हमारी बैठक होगी और बैठक में आगे की रणनीति तय होगी। उन्होंने कहा कि अभी तक भारतीय जनता पार्टी के साथ हमारी कोई बात नहीं हुयी है।
गौरतलब है कि महा विकास अघाड़ी की एक कानूनी दल विधान सभा के उपाध्यक्ष से मिलने के लिए गया है।
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस के घर पर भी नेताओं को मिलना-जुलना जारी है।
राउत ने संवाददाताओं को बताया कि शरद पवार लगातार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के संपर्क में हैं और महा विकास अघाड़ी सरकार मजबूत है और वह बागी विधायकों को चुनौती देते हैं कि आइये और सामना कीजिए। वह सदन से लेकर सड़क तक लड़ने को तैयार हैं और जीत उनकी ही होगी।
दूसरी तरफ बागी विधायकों का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनके पास शिव सेना के 40 और 12 निर्दलीय विधायक हैं। उन्होंने कहा,“ हमारी स्थिति मजबूत है। हम लोगों का हस्ताक्षर फर्जी नहीं है।”
शिव सेना द्वारा 12 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग पर शिंदे ने कहा कि उनकी यह मांग असंवैधानिक है, क्योंकि उनके पास संख्या कम है। उन्होंने कहा कि आज हमारी बैठक होगी और बैठक में आगे की रणनीति तय होगी। उन्होंने कहा कि अभी तक भारतीय जनता पार्टी के साथ हमारी कोई बात नहीं हुयी है।
गौरतलब है कि महा विकास अघाड़ी की एक कानूनी दल विधान सभा के उपाध्यक्ष से मिलने के लिए गया है।
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस के घर पर भी नेताओं को मिलना-जुलना जारी है।