RSS की तारीफ कर ममता ने ऐसे घेरा BJP को, कही यह बड़ी बात भी
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। एक ओर जहां उन्होंने बीते दिनों कहा था 2024 का लोकसभा चुनाव मेरा आखिरी चुनाव होगा। वहीं उन्होंने एक बार फिर राजनीति को लेकर बड़ा बयान दिया है। टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि एजेंसी के समन केवल प्रतिशोध की राजनीति नहीं है, एक तरह से यह खुली हिंसा है। अगर मुझे पता होता कि राजनीति इतनी गंदी हो जाएगी, तो मैं इस राजनीति में कभी नहीं आती। उनका बयान प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मंगलवार को अभिषेक बनर्जी को भेजे गए समन से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
वहीं उन्होंने फिर दोहराया की पशु और कोयला तस्करी के मुद्दे केन्द्रीय गृहमंत्रालय और केन्द्र सरकार की जिम्मेदारी में हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने आरएसएस की तारीफ भी की। ममता बनर्जी ने कहा है कि मुझे नहीं लगता कि आरएसएस इतनी बुरी है। संघ में अभी कुछ लोग हैं जो भाजपा की तरह नहीं सोचते। एक दिन यह सब्र जरूर टूटेगा। वहीं इसके अलावा उन्होंने भाजपा पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस परिवार (पार्टी) की छवि को गंदा करने की कोशिश ना की जाए, वर्ना किसी को नहीं छोड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘आप हर समय सभी को बेवकूफ नहीं बना सकते… जिस तरह आप मीडिया में हमें बगैर सबूत के बदनाम कर रहे हैं, जिस तरह की भाषा का आप इस्तेमाल करते हैं और ‘सूत्रों’ का हवाला देते हैं… आपको सोचना चाहिए कि अगर आपके साथ भी ऐसा ही किया जाए, तो क्या होगा…।’ वहीं टीएमसी प्रमुख ने आगे कहा कि मैंने सजाम की सेवा के लिए राजनीति में प्रवेश किया, लेकिन अब लगाता है कि मुझे बहुत पहले राजनीति छोड़ देनी चाहिए थी। अगर ऐसा हुआ होता तो कम से कम हमारे परिवार को झूठी बदनामी का तो नहीं करना पड़ता।
ममता ने भाजपा पर बोला हमला
वहीं ममता ने भाजपा के आरोपों का भी जवाब दिया। ममता ने कहा कि भाजपा आरोप लगाती है कि कोयला, पशु तस्करी और शिक्षक भर्ती घोटालों की आय का अंतिम गंतव्य कालीघाट है। मैं पूछना चाहती हूं कि आप कालीघाट पर क्यों रुक रहे हैं? यदि आप में हिम्मत है, तो उस व्यक्ति का नाम लें जो उस पैसे का अंतिम प्राप्तकर्ता है। या क्या आपका मतलब है कि पैसा कालीघाट के प्रसिद्ध काली मंदिर में जा रहा है?