10 जून को सिंधिया का ग्वालियर, मुरैना और भिंड का दौरा…क्या निकाले जा रहे सियासी मायने
मध्यप्रदेश। राज्यसभा सांसद व भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ग्वालियर-चंबल अंचल (Gwalior-Chambal Zone) में तीन दिन के दौरे पर आ रहे हैं। वह 10 जून को आएंगे और 12 जून को दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इन दिनों मप्र में नेतृत्व परिवर्तन की हवा या अफवाह फैली हुई है। ऐसे में सिंधिया की एंट्री के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं।
सिंधिया का आखिरी व्यवस्थित कार्यक्रम होली से पहले हुआ था। वह होली पर भी ग्वालियर नहीं आए थे। 5 अप्रैल को उनका मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj Singh) के साथ अशोक नगर में कार्यक्रम था, लेकिन कोविड (covid 19) के बढ़ते केस के चलते रद्द कर दिया था। उस कार्यक्रम को रद्द करने की एक वजह भाजपा के पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया (Jaibhan Singh Pawaiya) का एक ट्वीट (tweet) भी था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि होली का त्योहार लोगों ने कोविड गाइडलाइन (covid guideline) का पालन कर शांति से निकाल दिया। अब नेता भी संयम रखें और भीड़ से बचें। इसके बाद से सिंधिया ने यहां कोई दौरा नहीं किया है। हां बीच में 16 मई को सीएम शिवराज सिंह 3 घंटे के लिए समीक्षा करने आए थे, जब जरूर वह साथ में आए और चले गए।
ग्वालियर से गायब रहने को लेकर लगातार हमलावर है कांग्रेस
बता दें कि कोविड संक्रमण के दौर में सिंधिया के गायब होने को लेकर कांग्रेस (congress) ने उन पर हमला बोला था। कांग्रेस विधायक ने तो सिंधिया लापता के पोस्टर तक वायरल कर दिए थे। उनके विदेश भाग जाने का आरोप भी लगाया जा चुका है। माना जा रहा है कि सिंधिया के दौरे पर कांग्रेस सिंधिया को घेरने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी।