विदेश

पेंटागन के पूर्व अधिकारी का दावा: चीन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बड़ी सफलता हासिल कर अमेरिका को दी मात

लंदन। अफगानिस्तान (Afghanistan) में अमेरिकी नीति (US policy) की हार के बाद अब पेंटागन (pentagon) अपने ही लोगों की आलोचनाओं का शिकार (the victim of criticism) बनने लगा है। पिछले महीने इस्तीफा देने वाले इसके चीफ सॉफ्टवेयर आफिसर (chief software officer) रहे निकोलस चैल्लान (Nicolas Challan) ने अपनी सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली है। उन्होंने कहा कि चीन (china) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (artifical Intelligence) के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है और अमेरिका ((America) इस युद्ध में चीन से हारता हुआ दिखाई दे रहा है। उन्होंने यह दावा एक एजेंसी से बातचीत के दौरान किया।

उन्होंने कहा कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनमी चीन उभरती तकनीकों (emerging technologies) के मामले में अपना दबदबा बनाए हुए है। उन्होंने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की अहमियत के बावजूद अमेरिका खुद को उसके अनुसार नहीं ढाल पाया है और इसका नतीजा ये हुआ है कि ड्रैगन इस फिल्ड में अमेरिका को पहले ही पछाड़ चुका है। उनका दावा है कि सेना के आधुनिकीकरण में चीन लगातार आगे निकलता जा रहा है, लेकिन अमेरिका का इस ओर ध्यान ही नहीं जा रहा है और वह ऐसा नहीं बर्दाश्त कर सकते थे, इसलिए अपना पद छोड़ दिया है।

निकोलस ने कहा कि चीन ने आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस, सिंथेटिक बायोलॉजी (synthetic biology) और जेनेटिक्स (genetics) के मामले में बढ़त कायम कर ली है। उन्होंने कहा कि चीन को यह अहम सफलता बीते एक दशक के दौरान ही मिली है, जबकि अमेरिका पिछड़ता हुआ दिखा है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के पहले चीफ सॉफ्टवेयर आॅफिसर रहे निकोलस ने यह कहते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था कि अमेरिका की टेक्नॉलिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन की गति बेहद कम है। उनका कहना है कि गति धीमी होने और बढ़ते रिस्क का जवाब देने में सक्षम न होने के चलते अमेरिका के आगे खतरा बढ़ा है।





हम हारने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर क्यों तैयार कर रहे हैं?’
अपने इस्तीफे में भी उन्होंने कई ऐसे सवाल उठाए हैं, जिससे चीन के वैश्विक स्तर पर बढ़ते दबदबे के बीच पेंटागन की फजीहत हो रही है। उन्होंने लिखा था कि ‘कृप्या एक मेजर या लेप्टिनेंट कर्नल को (उनकी देशभक्ति, असाधारण दृष्टिकोण और संस्कृति के बावजूद) 10 से 40 लाख यूजर्स के लिए आईसीएएम,जीरो ट्रस्ट या क्लाउड का इंचार्ज बनाना बंद करें, जबकि इस फिल्ड में उनका कोई कोई पुराना अनुभव नहीं है- हम महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर (infrastructure) को हारने के लिए खड़ा कर रहे हैं। हम व्यापक उड़ान प्रशिक्षण के बिना एक पायलट को कॉकपिट में नहीं रखेंगे। हम बिना आईटी अनुभव वाले किसी व्यक्ति के सफल होने की उम्मीद क्यों करते हैं? उन्हें नहीं पता कि क्या करना है या किसे प्राथमिकता देनी है, जिसके अंतहीन जोखिम शुरू हो जाता है और फोकस घटता है।’

यही नहीं अमेरिका के पिछड़ने पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए निकोलस ने कहा कि अगले 15 से 20 सालों में हम चीन का मुकाबला करने की स्थिति में शायद नहीं होंगे। अखबार से बात करते हुए निकोलस ने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि हम पिछड़ गए हैं। निकोलस ने गूगल की भी आलोचना करते हुए कहा कि वह अमेरिका के साथ मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसे लेकर एथिक्स से जुड़ी तमाम डिबेट्स होती रही हैं और इसके चलते अमेरिका पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि चीनी कंपनियां वहां सरकार के साथ मिलकर तकनीक पर काम कर रही हैं, लेकिन अमेरिका में ऐसा नहीं हो रहा है।

Web Khabar

वेब खबर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button