टी-20 वर्ल्ड कप: 31 को आमने-सामने होंगे भारत-न्यूजीलैंड, टॉस निभाएगा बड़ी भूमिका
दुबई। भारत (India) अपना टी-20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) का पहला मुकाबला पाकिस्तान (Pakistan) से 10 विकेट से हार गया है। अब उसका अगला मुकाबला 31 अक्टूबर को न्यूजीलैंड (New Zealand) से होना है। अब वर्ल्ड में बने रहने के लिए भारत को न्यूजीलैंड से यह मैच हर हाल में जीतना होगा। लेकिन सबसे खास बात यह है कि इस वर्ल्ड कप में 12 स्टेज में 9 मुकाबलें खेले जा चुके हैं, लेकन इन 9 मुकाबलों में 8 जीत उसी टीम की हुई जिसने पहले टॉस जीता है। अब यह माना जा रहा है कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच में भी टॉस (toss) अपनी बड़ी भूमिका निभाएगा।
ऐसे अब माना जा रहा है कि 31 अक्टूबर को होने वाले मुकाबले में भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) को न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच जीतने के लिए टॉस जीतना बेहद जरूरी है। दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला शाम को शुरू होगा। ऐसे में इस मैच में ओस भी अपनी बड़ी भूमिका निभाएगी। जाहिर तौर पर जो टीम बाद में गेंदबाजी करेगी उन्हें नुकसान हो सकता है और बल्लेबाजों को फायदा पहुंच सकता है। साथ ही, ओस के चलते गेंदबाजों को गेंद पर ग्रिप बनाने में मुश्किल होती है।
बता दें कि 17 अक्टूबर से शुरू हुए इस टूर्नामेंट में कुछ टीमों ने अपने प्रदर्शन से बेहद इंप्रेस किया है, तो कुछ टीमें संघर्ष करती दिखाई दी हैं। पाकिस्तान ने जहां एक तरफ अपने खेल से हर किसी को हैरान किया है तो वेस्टइंडीज, भारत जैसी टीम के लिए टूनार्मेंट का आगाज निराशाजनक रहा है। यूएई और ओमान की धरती पर हो रहे फटाफट क्रिकेट के विश्व कप में टॉस ने बेहद अहम भूमिका अदा की है। अभी तक खेले गए 9 मुकाबलों में से आठ में जीत उसी टीम के हाथ लगी है, जिसके पक्ष में टॉस गिरा है। यानी टॉस जीतने के साथ ही टीम की जीत भी लगभग फिक्स रही है।
पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भी भारतीय टीम को टॉस हारकर पहले बैटिंग करने पर विवश होना पड़ा था और वह 151 रनों का ही स्कोर खड़ा कर पाई थी. इसके बाद भारतीय गेंदबाजी पूरी तरह फ्लॉप रही थी और पाकिस्तान ने 17.5 ओवरों में ही बिना विकेट खोए लक्ष्य हासिल कर लिया था. पाकिस्तानी पारी के दौरान ओस फैक्टर भी देखने को मिला था और भारतीय स्पिनर्स कारगर साबित नहीं हुए.