पैरालंपिक के विजेताओं का भारत लौटने पर भव्य स्वागत
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (Indira Gandhi International Airport) पर ऐसा अराजक दृश्य देखने को मिला जिसमें खेल प्रेमियों और मीडियाकर्मियों ने इन चार पैरा खिलाड़ियों विशेषकर सुमित को देखने और बात करने के लिये कोविड-19 प्रोटोकॉल (Covid-19 Protocol) की अवहेलना की।
सुमित के अलावा तीन बार के पैरालंपिक पदक विजेता भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झाझरिया(Devendra Jhajharia), चक्का फेंक एथलीट योगेश कथूनिया (Yogesh Kathunia) और ऊंची कूद एथलीट शरद कुमार (Sharad Kumar) का भी गर्मजोशी से स्वागत किया गया। झाझरिया ने इस बार रजत पदक जीता है। कथूनिया ने भी रजत और शरद ने कांस्य पदक जीता है।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) (Sports Authority of India) (SAI) ने ट्वीट (Tweet) में लिखा, ‘‘हमारे चैम्पियन स्वदेश लौट आये हैं और पहुंचने पर बहुत खुश हैं। सुमित, झाझरिया, कथूनिया और शरद के लिये शुभकामनाओं की बारिश हो रही है। ’’
साइ अधिकारियों ने चारों खिलाड़ियों का पहुंचने पर फूल माला पहनाकर और फूलों का गुलदस्ता भेंटकर स्वागत किया।
खिलाड़ियों ने अपने पदकों के साथ हवाईअड्डे के अंदर फोटो भी खिंचवाई और उनके प्रशंसक तिरंगा लहरा रहे थे जिनमें से कुछ ढोल भी बजा रहे थे।
हालांकि इनमें से ज्यादातर मास्क (Mask) के बिना थे और वे इन चारों को फूल माला पहनाने के लिये एक दूसरे से धक्का-मुक्की कर रहे थे। वहीं हवाईअड्डे से बाहर निकलते ही मीडियाकर्मी भी उनकी प्रतिक्रिया लेने के लिये जूझ रहे थे।
सुमित (23) ने एफ64 क्लास में पांच बार अपने ही विश्व रिकॉर्ड को तोड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता जबकि दो बार के स्वर्ण पदक विजेता झाझरिया ने एफ46 वर्ग में रजत पदक जीता।
कथूनिया ने चक्का फेंक एफ56 क्लास में रजत और शरद ने टी42 ऊंची कूद में कांस्य पदक जीता।
भारत ने दो स्वर्ण सहित अभी तक कुल 12 पदक जीत लिये हैं। यह पहली बार है जब पैरालंपिक में देश के खिलाड़ियों ने पदकों में दोहरे अंक को पार किया।