ताज़ा ख़बर

भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर पर कंपनी की बड़ी कार्रवाई: सभी पदों से हटाया, कानूनी कार्रवाई की भी तैयारी

नई दिल्ली। भारतपे के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक अशनीर ग्रोवर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। खबरों के मुताबिक, उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा था कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया है। जिसके बाद कंपनी के बोर्ड ने उन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें सभी पदों से हटाने का निर्णय लिया है। इस बात की जानकारी कंपनी ने बड़ी बैठक करने के बाद दी है। इसके साथ ही कंपनी ने यह भी बताया कि फाइनेंशियल मिसडीड को लेकर वह ग्रोवर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने वाली है।

दरअसल, अशनीर ग्रोवर को हाल ही में बड़ा झटका लगा था। सिंगापुर में उनके खिलाफ जांच शुरू करने के लिए दायर की गई खाचिका में अशनीर को हार का सामना करना पड़ा था। अशनीर का आरोप है कि, 2022 की शुरूआत से ही लोग मुझ पर और मेरे परिवार पर निराधार आरोप लगा रहे हैं। इससे न केवल मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है, बल्कि कंपनी की प्रतिष्ठा भी धूमिल हुई है। ग्रोवर ने रिजाइन करते हुए लेटर में कई भावुक बातें की थीं और मौजूदा बोर्ड पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।

उन्होंने लिखा था, ‘मैं दुख के साथ यह लेटर लिख रहा हूं क्योंकि मैंने जो कंपनी बनाई, मुझे उसी को छोड़ना पड़ रहा है। हालांकि मुझे इस बात का गौरव है कि आज भारतपे फिनटेक की दुनिया में लीडर है। इस साल की शुरूआत से मुझे और मेरे परिवार को आधारहीन बातों में उलझाया गया। कंपनी में जो भी ऐसे लोग हैं, वे मेरी छवि खराब करना चाहते हैं। वे कंपनी को प्रोटेक्ट करने का दिखावा भले ही कर रहे हैं, लेकिन वे भारतपे को भी नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।

भारतपे ने आरोप लगाया कि जैसे ही ग्रोवर को यह बताया गया कि बोर्ड की बैठक में जांच के परिणाम रखे जाने वाले हैं, उन्होंने फटाफट ईमेल भेजकर इस्तीफा दे दिया। भारतपे ने कहा, ‘ग्रोवर ने बोर्ड बैठक का एजेंडा मिलने के कुछ मिनट बाद ही भारतपे के प्रबंध निदेशक और बोर्ड निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया। एजेंडा में उनके आचरण के बारे में पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट को प्रस्तुत करना और उसके आधार पर कार्रवाई करने का विचार करना शामिल था। रिपोर्ट के निष्कर्ष के आधार पर बोर्ड के पास कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित है।

कंपनी ने बयान में कहा, भारतपे अपने कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए पूरी तरह से कमिटेड है। कंपनी आगे भी भारत में फिनटेक लीडर बने रहने की दिशा में काम करेगी। कंपनी ने संचालन के उच्च मानकों को लागू करने के लिए शिकायतों पर आंतरिक जांच का निर्देश दिया है। यह जांच इंडिपेंडेंट एक्सटर्नल एडवाइजर्स कर रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button