मलिक के नए आरोप पर भाजपा पलटवार: आने वाले कुछ दिनों में फूटेगा पाप का घड़ा
मुंबई। उद्धव सरकार (uddhav government) के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक (Minorities Minister Nawab Malik) ने कल शनिवार को दावा किया था कुछ कुछ लोग मेरे घर की रैकी कर रहे हैं और उन्हें भी अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) की तरह झूठे केस (false cases) में फंसाने की साजिश रच रहे हैं। मलिक के इस दावे पर अब भाजपा (BJP) ने पटलवार किया है। मलिक के आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा ने कहा है कि एक अपराधी (Criminal) को हमेशा पकड़े जाने का डर रहता है। भाजपा के प्रवक्ता प्रेम शुक्ला (BJP spokesperson Prem Shukla) ने कहा, अगर कोई उनका पीछा कर रहा है, तो महाराष्ट्र (Maharashtra) में किसकी सरकार है? गृह मंत्रालय (home Ministry) किसके पास है?
शुक्ला ने आगे कहा, अगर मलिक का कुछ लोग पीछा कर रहे हैं तो अपनी बात सोशल मीडिया (social media) में पोस्ट करने के बजाय गृह मंत्री या पुलिस आयुक्त से जांच शुरू करने की शिकायत क्यों नहीं कर सकते? इससे बस यही पता चलता है कि नवाब मलिक को अब पता चल गया है कि जिस तरह हाई कोर्ट के आदेश पर अनिल देशमुख के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, आने वाले दिनों में उनके पापों का घड़ा भी फूटने वाला है।’
मलिक ने यह किया था दावा
मलिक ने यह भी दावा किया कि उक्त दो व्यक्तियों में से एक कू एप (koo app) पर उनके खिलाफ लिखता है। राकांपा के प्रवक्ता मलिक ने दावा किया कि केंद्रीय जांच एजेंसियों (central investigative agencies) के कुछ अधिकारी उनके विरुद्ध शिकायत का मसौदा बना रहे हैं, जिसे ई-मेल के जरिये भेजा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि इस बाबत उनके पास व्हाट्सएप चैट (whatsapp chat) के सबूत हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोग उन्हें झूठे मामले में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं जैसे उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के साथ किया था।
परिजनों के बारे में जानकारी जुटाने हो रही कोशिश
यही नहीं, उन्होंने आगे कहा था कि उनके एवं उनके परिजनों के बारे में जानकारी जुटाने की भी कोशिश की। मलिक ने आरोप लगाया कि कुछ केंद्रीय एजेंसियां उन्हें गलत मामलों में फंसाने का प्रयास कर रही हैं। मलिक ने कहा, मेरे पास इसके सबूत हैं कि मेरे घर व परिवार पर नजर रखी जा रही है। जब मैं पिछले सप्ताह दुबई में था तब कैमरा लिए दो व्यक्तियों ने मेरे आवास की रेकी करने की कोशिश की। वे मेरे घर, स्कूल, दफ्तर, नाती-पोते के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे थे। कुछ लोगों ने जब उन्हें रोका और पूछताछ की तो वे भाग गए।