संसदीय बोर्ड से शिवराज-गडकरी की छुट्टी, चुनाव समिति में इनको मिली जगह : BJP में बड़ा बदलाव
नई दिल्ली। भाजपा ने आज बुधवार को अपने नए संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति का गठन कर दिया है। संसदीय बोर्ड सिर्फ 11 नेताओं को जगह दी गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा ने बोर्ड से मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी को बाहर का रास्ता दिखा गया है। जबकि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा, सर्बानंद सोनावाल, इकबाल सिंह लालपुरा को नए चेहरों के तौर पर शामिल किया गया है। बीजेपी के संसदीय बोर्ड में इकबाल सिंह लालपुरा के तौर पर पहली बार किसी सिख को जगह मिली है।
खास बात यह भी है कि भाजपा संसदीय बोर्ड में अब किसी भी मुख्यमंत्री को नहीं रखा गया है। संसदीय बोर्ड में कुल 11 सदस्यों को रखा गया है, इनमें पार्टी अध्यक्ष के नाते जेपी नड्डा शामिल हैं और वह इसके अध्यक्ष भी हैं। उनके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, बीएस येदियुरप्पा, सबार्नंद सोनोवाल, के. लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया भी इसके सदस्य हैं। वहीं पार्टी के संगठन महामंत्री बीएल. संतोष को भी इसका सदस्य बनाया गया है।
चुनाव समिति में इन 15 नेताओं को जगह
भाजपा की ओर से नई चुनाव समिति का भी गठन किया गया है। इस समिति में कुल 15 सदस्यों को शामिल किया गया है और पार्टी अध्यक्ष होने के नाते जेपी नड्डा ही इसके मुखिया हैं। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, बीएस येदियुरप्पा, सवार्नंद सोनोवाल, के. लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया, भूपेंद्र यादव, देवेंद्र फडणवीस, ओम माथुर, बीएल संतोष और वनथी श्रीनिवास को इसमें शामिल किया गया है।
महाराष्ट्र में फडणवीस का कद बढ़ाया गया
पार्टी की ओर से कई कमेटियों में शामिल किए गए लोगों की लिस्ट जारी की गई है। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति का भी ऐलान कर दिया गया है। जिसमें कई सदस्यों के नामों की घोषणा हुई है। समिति में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस शामिल हैं।महाराष्ट्र की राजनीति से सबसे बड़े चेहरे नितिन गडकरी को संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति से हटाया गया है और देवेंद्र फडणवीस का कद बढ़ाया गया है।
दरअसल, महाराष्ट्र में हुई सियासी उठापटक के बाद शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया था। जबकि, देंवेंद्र फडणवीस पहले इस राज्य के सीएम रह चुके थे। एकनाथ शिंदे के सीएम बनने के बाद फडणवीस ने कैबिनेट से भी बाहर रहने का एलान किया था। हालांकि, बाद में केंद्रीय नेतृत्व के आदेश पर उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। अब भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति में उनको जगह देकर उनके कद को बढ़ाया गया है।