फडणवीस के आरोपों पर बोले पवार: मेरा इससे कोई लेना देना नहीं, सरकार वीडियो फुटेज की सत्यता की कराएगी जांच
मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस के आरोपों पर राकांपा के प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को सफाई दी। पवार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके नाम का कथित षड्यंत्र के संबंध में प्रत्यक्ष/परोक्ष तौर पर जिक्र किया गया है लेकिन उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन महाराष्ट्र सरकार फडणवीस द्वारा सौंपी गई वीडियो फुटेज की सत्यता की जांच कराएगी।
हालांकि पवार ने कहा कि यह सच है कि उन्होंने फडणवीस से भाजपा नेता के एक सहयोगी के बारे में पिछले छह महीने या एक साल में कभी मिली गंभीर शिकायत को देखने को कहा था। राकांपा अध्यक्ष ने कहा, बाद में, मुझे उन्होंने (फडणवीस ने) बताया कि वह मेरे द्वारा भेजी गयी शिकायत को देख रहे हैं और इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि ऐसी बातें नहीं हों। इसके अलावा, मेरा निजी तौर पर कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस शासित पश्चिम बंगाल में भाजपा के विरोधियों को हतोत्साहित करने के लिए बड़े स्तर पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
वहीं पवार ने भाजपा का नाम लिये बिना कहा कि राज्य में महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को अस्थिर करने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि गठबंधन को संकट में नहीं डाला जा सकता क्योंकि उसके पास स्पष्ट बहुमत है। उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के संबंध में शिवसेना सांसद संजय राउत द्वारा उठाई गयी शिकायत के मामले में जांच का आदेश देंगे।
बता दें कि देवेन्द्र डणवीस ने कल मंगलवार को विधानसभा में एक वीडियो जमा करते हुए आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र का सत्तारूढ़ गठबंधन अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ षड्यंत्र रच रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि पेन ड्राइव में 125 घंटे की वीडियो रिकार्डिंग है, जिसमें यह देखा जा सकता है कि पुलिस और एमवीए (शिवसेना, राकांपा तथा कांग्रेस गठबंधन) के सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने के लिए किस तरह से साजिश रची।
वहीं जब पवार से मीडिया ने पूछा की क्या एमवीए सरकार संकट में है और राज्य राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा है तो पवार ने कहा, कोई एमवीए सरकार को संकट में नहीं डाल सकता। सरकार के पास स्पष्ट बहुमत है। हां, उसे अस्थिर करने के प्रयास किये जा रहे हैं…लेकिन राकांपा, शिवसेना तथा कांग्रेस के विधायक ऐसे प्रयासों पर जवाब नहीं देंगे। पवार ने राकांपा नेता और राज्य में मंत्री नवाब मलिक के इस्तीफे की भाजपा की मांग को भी खारिज कर दिया जिन्हें धनशोधन के एक मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया है।