BJP की नजरें अब 2023 पर: पार्टी के दिग्गज आज रातापानी में करेंगे बड़ा मंथन, लग रहे यह कयास भी
भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय के दो राउंड में हुए चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद भाजपा गदगद दिखाई दे रही है। बता दें इस चुनाव को सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है। निकाय चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद भाजपा की नजरें एक साल बाद मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव पर टिक गई हैं। इतना नहीं, भाजपा इसके लिए बड़ी बैठकें भी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में आज एक बार फिर पार्टी कोर ग्रुप की बड़ी बैठक करने जा रही है। पार्टी ने चुनावी मुद्दे पर मंथन करने के लिए रातापानी सेंचुरी गेस्ट हाउस को चुना है।
बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, प्रदेश प्रभारी शिवप्रकाश, राष्ट्रीय संगठन मंत्री शिवप्रकाश, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा व प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शामिल होंगे। इसके अलावा इस बैठक में भाग लेने के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर दिल्ली से राजधानी पहुंचे हैं। खास बात है कि यह दोनों ने दिल्ली से एक साथ भोपाल आए हैं। बैठक 2023 विधानसभा चुनाव समेत सत्ता और संगठन में कसावट जैसे मुद्दों को लेकर अहम मानी जा रही है।
रातभर चलता रहा मेलजोल का सिलसिला
दरअसल भाजपा दफ्तर से लेकर मंत्रियों के एक दूसरे के आवास पर मेलजोल का सिलसिला जारी रहा। रातापानी सेंचुरी गेस्ट हाउस में होने वाली भाजपा की बड़ी बैठक से पहले शुक्रवार को दिग्गज नेताओं ने आपस में मेलजोल की। जानकारी के अनुसार बैठक से पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के बीच चर्चा हुई थी। वहीं देर रात गृह मंत्री से गोविंद सिंह राजपूत मिलने पहुंचे थे। वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम से भी मुलाकात की। इसके बाद गोविंद सिंह राजपूत और मंत्री अरविंद भदौरिया की भी मुलाकात हुई।
सरकार के मंत्री भी रहेंगे मौजूद
सूत्रों की माने तो इस बैठक में सरकार के कई मंत्री मौजूद रहे। इसी कड़ी में सीएम हाउस में देर रात तक बैठक हुई। जिसमें मुख्यमंत्री, प्रदेश प्रभारी क्षेत्रीय संगठन मंत्री और प्रदेश संगठन मंत्री मौजूद रहे। जानकारों की माने तो इस बैठक में 2023 को लेकर रणनीति बनेगी। बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी तय की जा सकती है। साथ ही निगम मंडल को लेकर भी फैसले होना लगभग तय माना जा रहा है।