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सियासत: भाजपा के चाणक्य ने कराया रुपाणी का इस्तीफा, इससे पहले रात में हुई थी बड़ी बैठक

अहमदाबाद। साल 2022 में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी भाजपा (BJP) ने गुजरात (Gujrat) के सीएम पद से विजय रुपाणी (Vijay Rupani) को हटाकर सबको चौंका दिया है। रुपाणी के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद नए उत्तराधिकारी को लेकर पार्टी में माथापच्ची जारी है। कयास यह भी लग रहे हैं कि रूपाणी के बाद कई और मंत्रियों पर भी गाज गिर सकती है। लेकिन सबसे अहम बाद यह है कि पार्टी ने जिस तरह से रुपाणी को हटाने का फैसला लिया वह इतना आसान नहीं था। इस पूरे घटनाक्रम में केन्द्रीय गृहमंत्री और पार्टी के चाणक्य अमित शाह (Union Home Minister and party’s Chanakya Amit Shah) को एंट्री लेनी पड़ी है, जिसके बाद रुपाणी ने इस्तीफा (Resignation) दिया है।

सूत्रों के अनुसार, अमित शाह अचानक से शुक्रवार रात में गुजरात पहुंचे थे और फिर सुबह वापस आ गए थे। माना यह भी जाता है कि अमित शाह रुपाणी के अच्छे दोस्त भी हैं। अंग्रेजी वेबसाइट ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि अमित शाह शुक्रवार की रात में गुजरात पहुंचे थे और अगली सुबह वापस आ गए थे। ऐसा कहा जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने बीजेपी के सीनियर नेताओं (senior BJP leaders) के साथ बैठक की थी और इसी बैठक में विजय रूपाणी के इस्तीफे को लेकर फैसला हुआ था।

अनुमान लगाया जा रहा है कि इसी बैठक में यह तय कर लिया गया था कि विजय रुपाणी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा। हालांकि, इस फैसले को पूरी तरह से गुप्त रखा गया और किसी को भी कोई खबर नहीं लगी। गुजरात बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने के बाद अमित शाह अगले दिन सुबह वापस दिल्ली लौट आए थे।





फिलहाल, गुजरात के अगले मुख्यमंत्री पर असमंसज की स्थिति आज यहां भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक के बाद खत्म हो जाएगी। दरअसल विजय रूपाणी के गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अगले मुख्यमंत्री की तलाश शुरू हो गयी है। केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर (Central Supervisor Narendra Singh Tomar) ने रविवार सुबह भाजपा के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल से मुलाकात की। तोमर भी विधायक दल की बैठक में भाग लेंगे। भाजपा ने नए मुख्यमंत्री के चयन के लिए विधायक दल की बैठक के वास्ते केंद्रीय मंत्री तोमर और प्रह्लाद जोशी (Prahlad Joshi) को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।

विपक्षी पार्टियों के बढ़ते जनाधार से गई रुपाणी की कुर्सी
विजय रुपाणी को गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा क्यों देना पड़ा, इसके पीछे कोई एक वजह नहीं बताई जा रही है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर, विपक्षी पार्टियों के गुजरात में बढ़ते जनाधार आदि की वजह से रुपाणी को अपनी कुर्सीं गंवानी पड़ी। बता दें कि अप्रैल-मई महीने में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान गुजरात हाई कोर्ट ने कोरोना प्रबंधन को लेकर राज्य सरकार पर कड़ी टिप्पणी की थी, जिसके बाद उस समय रुपाणी सरकार की आलोचना हुई।

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