तालिबान का महिलाओं के लिए एक और फरमान: सार्वजनिक स्थानों पर जाने से पहले सिर से पैर तक पहनने बुर्का, दिखनी चाहिए सिर्फ आंख
काबुल। बीते साल 15 अगस्त को गनी सरकार को सत्ता से बेदखल कर अफगानिस्तान में सत्ता पर काबिज होने वाले तालिबान की क्रूरता में अब भी कोई कमी नहीं आई है। अब उसने महिलाओं के लिए एक नया आदेश जारी कर दिया है। खबर के मुताबिक तालिबानी सरकार ने महिलाओं को आदेश दिया है कि सार्वजनिक स्थानों पर सिर से लेकर पैर तक बुर्के में ढके रहें। हालांकि तालिबान के इस आदेश से अंतररष्ट्रीय समुदाय के साथ बर्ताव और रुख की प्रक्रिया और जटिल होगी।
तालिबान के आदेश के मुताबिक महिलाओं की केवल आंख दिख सकती है और उन्हें सिर से लेकर पैर तक को ढकने वाले बुर्के पहनने को कहा गया है। बता दें कि तालिबान अपने पहले शासन काल के दौरान वर्ष 1996-2001 के पिछले शासन काल में भी महिलाओं पर इसी तरह की सख्त पाबंदी लगाई थी। वहीं अब इस मामले में तालिबान के मंत्री का बयान भी सामने आया है। मंत्री खालिद हनफी ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि हमारी बहनें सम्मान और सुरक्षा के साथ रहें।
हनफी ने कहा, इस्लामिक सिद्धांत और इस्लामिक विचारधारा हमारे लिए किसी अन्य चीज से ज्यादा महत्वपूर्ण है। मन राइट्स वाच की अफगानिस्तान पर वरिष्ठ अनुसंधानकर्ता हीदर बर्र ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तालिबान पर समन्वित दबाव डालने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट किया, तालिबान द्वारा महिला अधिकारों पर बढ़ रहे हमलों के खिलाफ गंभीर और रणनीतिक जवाब देने का समय है।’’
सभी सम्मानित महिलाओं के लिए हिबाज जरूरी
वहीं इस मामले एक अधिकारी कहा, सभी सम्मानित महिलाओं के लिए हिजाब जरूरी है और सबसे बेहतर हिजाब चादोरी (सिर से लेकर पैर तक ढंकने वाला बुर्का) है, जो हमारी परंपरा का हिस्सा है, जो सम्मानित है।’’ उन्होंने कहा,‘‘जो महिलाएं बहुत बूढ़ी या बच्ची नहीं है उन्हें आंखों को छोड़ पूरा चेहरा ढकना चाहिए।’’ आदेश में यह भी कहा गया है कि अगर बाहर जरूरी काम नहीं है तो महिलाओं के लिए बेहतर होगा कि वे घर में ही रहें।