सीडब्ल्यूजी-2022: आठवें दिन बजरंग, साक्षी और पूनिया ने बरसाया सोना, मिले और मेडल भी
बर्मिंघम। बर्मिंघम में शुक्रवार का दिन पूरी तरह से भारतीय रेसलिंग के नाम रहा। भारतीय पहलवानों ने तीन गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। भारत की ओर से बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और दीपक पूनिया ने गोल्ड मेडल जीते। वहीं अंशु मलिक को फाइनल में हारकर सिल्वर से संतोष करना पड़ा। इनके अलावा दिव्या काकरान और मोहित ग्रेवाल ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया। जिसके बाद कॉमवेल्थ गेम्स 2022 में अब तक भारत को मिले कुल पदकों की संख्या 26 पर पहुंच गई है। इसमें 9 गोल्ड, 8 सिल्वर और 9 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। पदक तालिका में भारतीय टीम फिलहाल पांचवें नंबर पर है।
भारत ने शुक्रवार को इस सूची में स्कॉटलैंड और साउथ अफ्रीका को पछाड़ा जिनके नाम क्रमश: 8 और 7 गोल्ड मेडल हैं। भारत के आगे चार देश आॅस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, कनाडा और न्यूजीलैंड है। हालांकि, आठवें दिन भारत के लिए कुछ निराशाजनक नतीजे भी सामने आए। 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स की चैंपियन रहीं टेबल टेनिस प्लेयर मनिका बत्रा महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में हार गईं। इससे एक स्वर्ण की उम्मीदों को झटका लगा है। वहीं, भारतीय महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में हार गई। अब महिला हॉकी टीम कांस्य पदक के लिए न्यूजीलैंड की टीम से भिड़ेगी।
बजरंग ने सबसे पहले जीता गोल्ड
कॉमनवेल्थ गेम्स के 8वें दिन रेसलिंग के इवेंट आयोजित हुए और भारतीय पहलवानों ने बर्मिंघम में पूरी दुनिया के सामने हिंदुस्तान का लोहा मनवा लिया। सबसे पहले बजरंग पूनिया ने मेन्स की 65 केजी फ्रीस्टाइल कैटेगिरी के फाइनल मुकाबले में कनाडा के लचलान मैकनील को 9-2 से हराकर गोल्ड मेडल जीता। बजरंग ने सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के जॉर्ज रैम को 10-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। जॉर्ज रैम को रेसलिंग में सबसे धाकड़ खिलाड़ी माना जा रहा था।
साक्षी मलिक ने रचा इतिहास
साक्षी मलिक ने राष्ट्रमंडल खेलों में इतिहास रच दिया। उन्होंने पहली बार स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। साक्षी ने फ्रीस्टाइल 62 किग्रा वर्ग में कनाडा की एन्ना गोडिनेज गोंजालेज को हराया। साक्षी ने पहले विपक्षी खिलाड़ी को चित्त कर चार अंक हासिल किए। उसके बाद पिनबॉल से जीत हासिल की। साक्षी इससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों में रजत (2014) और कांस्य पदक (2018) जीत चुकी थीं। साक्षी ने 4-0 पिछड़ने के बाद जबरदस्त वापसी की। उन्होंने पहले स्कोर 4-4 से बराबर किया और फिर पिनफॉल से मैच जीत लिया। यह आठवें दिन का भारत को दूसरा स्वर्ण रहा।
दीपक पूनिया ने पाकिस्तान के पहलवान को चित किया
दीपक पूनिया ने भारत को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में अब तक का सबसे यादगार स्वर्ण पदक दिलाया। उन्होंने फ्रीस्टाइल 86 किग्रा वर्ग में पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को हरा दिया। इनाम के खिलाफ पूनिया ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। उन्होंने पाकिस्तानी पहलवान को एक भी मौका नहीं दिया। दीपक ने यह मैच 3-0 से अपने नाम कर लिया। यह राष्ट्रमंडल खेलों में दीपक पूनिया का पहला पदक है। इस तरह भारत को कुश्ती में तीसरा स्वर्ण मिला।
अंशु मलिक को रजत पदक से करना पड़ा संतोष
भारत की पहलवान अंशु मलिक को फ्रीस्टाइल 57 किग्रा वर्ग में रजत पदक से संतोष करना पड़ा। उन्हें फाइनल में नाइजीरिया की ओडानायो फोलासाडो ने 7-3 से हराया। ओडानायो ने लगातार तीसरी बार स्वर्ण जीता। वहीं, अंशु को अपने पहले राष्ट्रमंडल खेलों में रजत से संतोष करना पड़ा। हार के बाद मैट पर अंशु भावुक हो गई थीं और रोने भी लगी थीं। हालांकि, उन्होंने देश को गर्व करने का मौका दिया।
दिव्या काकरन ने जीता कांस्य
2018 राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता दिव्या काकरन बर्मिंघम से भी खाली हाथ नहीं लौटेंगी। उन्होंने फ्रीस्टाइल 68 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक के मैच में टोंगा की लिली कॉकर को 2-0 से हराया। उन्होंने यह मैच सिर्फ 30 सेकंड में अपने नाम कर लिया। दिव्या ने एशियाई खेलों (2018) में भी कांस्य पदक जीता था।
ग्रेवाल को कांस्य पदक से करना पड़ा संतोष
भारतीय पहलवान मोहित ग्रेवाल ने फ्रीस्टाइल 125 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता। उन्होंने जमैका के एरॉन जॉनसन को 6-0 से हरा दिया। कुश्ती में भारत का यह छठा पदक रहा। शुक्रवार को छह पहलवान उतरे और सभी ने देश को पदक दिलाया। इस तरह भारत के पदकों की संख्या 26 हो गई।
भारत को मेडल जिताने वाले खिलाड़ियों की सूची-
संकेत सरगर – सिल्वर मेडल, वेटलिफ्टिंग
गुरुराजा पुजारी – ब्रॉन्ज मेडल, वेटलिफ्टिंग
मीराबाई चान – गोल्ड मेडल, वेटलिफ्टिंग
बिंद्यारानी देवी – सिल्वर मेडल, वेटलिफ्टिंग
जेरेमी लालरिनुंगा – गोल्ड मेडल, वेटलिफ्टिंग
अचिंता शुली – गोल्ड मेडल, वेटलिफ्टिंग
सुशीला देवी – सिल्वर मेडल, जूडो
विजय कुमार यादव – ब्रॉन्ज मेडल, जूडो
हरजिंदर कौर – ब्रॉन्ज मेडल, वेटलिफ्टिंग
भारतीय महिला टीम – गोल्ड मेडल, लॉन बॉल्स
विकास ठाकुर – सिल्वर मेडल, वेटलिफ्टिंग
भारतीय पुरुष टीम – गोल्ड मेडल, टेबल टेनिस
भारतीय मिश्रित टीम – सिल्वर मेडल, बैडमिंटन
लवप्रीत सिंह – ब्रॉन्ज मेडल, वेटलिफ्टिंग
सौरव घोषाल – ब्रॉन्ज मेडल, स्क्वॉश
तूलिका मान – सिल्वर मेडल, जूडो
गुरदीप सिंह – ब्रॉन्ज मेडल, वेटलिफ्टिंग
तेजस्विन शंकर – ब्रॉन्ज मेडल, लॉन्ग जंप
मुरली श्रीशंकर – सिल्वर मेडल, लॉन्ग जंप
सुधीर – गोल्ड मेडल, पैरा पावरलिफ्टिंग
अंशु मलिक – सिल्वर मेडल, कुश्ती
बजरंग पुनिया – गोल्ड मेडल, कुश्ती
साक्षी मलिक – गोल्ड मेडल, कुश्ती
दीपक पुनिया – गोल्ड मेडल, कुश्ती
दिव्या काकरान – ब्रॉन्ज मेडल, कुश्ती
मोहित ग्रेवाल – ब्रॉन्ज मेडल, कुश्ती