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मंत्री पद पे गडकरी ने दिया अनोखा मंत्र

नई दिल्ली। बेबाक बयानबाजी (outspoken rhetoric) के लिए जाने जाने वाले केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) नेएक बार फिर ऐसा बयान दे दिया है जिसको लेकर फिर सुर्खियों में आ गए हैं। गडकरी ने भाजपा (BJP) समेत सभी दलों के राजनेताओं (politicians of all parties) इस बार बड़ा तंज कसा है। गडकरी ने राजस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कहा कि हर नेता दुखी है, विधायक दुखी हैं मंत्री नहीं बनने, मंत्री दुखी हैं अच्छा विभाग नहीं मिलने से और मुख्यमंत्री दुखी हैं कि वह इस कुर्सी पर कब तक रहेंगे। गडकरी का यह बयान तब आया है जब गुजरात में रुपाणी (Rupani) को बदलकर भूपेन्द्र पटेल (Bhpenra Patel) को सीएम बनाया गया है।

गडकरी ने विधानसभा में ‘संसदीय लोकतंत्र (parliamentary democracy) और जन अपेक्षायें’ विषय पर आयोजित एक वेबिनार में कहा कि जाने-माने व्यंग्यकार शरद जोशी (satirist Sharad Joshi) ने लिखा था, ‘जो राज्यों में काम के नहीं थे, उन्हें दिल्ली भेज दिया। जो दिल्ली में काम के न थे, उन्हें राज्यपाल बना दिया और जो वहां भी काम के नहीं थे, उन्हें राजदूत बना दिया।’

राजस्थान की विधानसभा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने हिस्सा लिया था। उन्होंने यहां कहा कि राजनीति का मुख्य उद्देश्य आम लोगों के जीवन में बदलाव लाना ही है, लेकिन आज कल इसे सिर्फ सत्ता हथियाने से जोड़कर देखा जाने लगा है। लोकतंत्र का मुख्य लक्ष्य समाज के अंतिम व्यक्ति को लाभ पहुंचाने का है।





उन्होंने आगे कहा कि जब मैं भाजपा अध्यक्ष (BJP President) था तब हमें कोई ऐसा नहीं मिला जो दुखी न हो। उन्होंने कहा, ‘मुझसे एक पत्रकार ने पूछा कि आप आनंदित कैसे रहते हो, मैंने कहा कि मैं भविष्य की चिंता नहीं करता, जो भविष्य की चिंता नहीं करता, वह खुश रहता है। वन डे क्रिकेट (one day cricket) की तरह खेलते रहो। मैंने सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) से चौके-छक्के लगाने का राज पूछा तो वे बोले, यह स्किल है। इसी तरह राजनीति भी एक स्किल है।’

लगातार मुख्यमंत्रियों को बदल रही है भाजपा
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा हाल ही के दिनों में कई मुख्यमंत्रियों को अचानक बदल दिया गया है। पहले उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) की जगह तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) को लाया गया, बाद में उन्हें भी बदलकर पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) को लाया गया। फिर कर्नाटक में बीएस. येदियुरप्पा (BS. Yediyurappa) की जगह बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) को लाया गया और अब गुजरात में विजय रुपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया. वहीं, असम में भी चुनाव के बाद इस बार सवार्नंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री ना बनाकर हिमंत बिस्वा सरमा को मुख्यमंत्री बनाया गया है।

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