नागालैंड की घटना पर संसद में बोले शाह- अपने लोगों की पहचान करने में सेना से हुई चूक, हो रही उच्च स्तर पर जांच
नई दिल्ली। नगालैंड (Nagaland) में सैनिकों (soldiers) की ओर से आम लोगों पर फायरिंग (firing) के मामले पर गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने संसद (Parliament) में आज सोमवार को अपना बयान दिया। शाह ने कहा कि सुरक्षाबलों को अपने लोगों को पहचानने में गलती हुई। उन्होंने कहा कि सेना को ओटिंग गांव (Oating Village) में उग्रवादियों (militants) के मूवमेंट की जानकारी मिली थी। इसके बाद सेना ने वहां पर जाल बिछाया। इसी दौरान एक वाहन वहां पहुंचा और उसे रुकने के लिए कहा गया। लेकिन उन लोगों ने भागने की कोशिश की। इसी दौरान सेना फायरिंग (firing) कर दी, इस फायरिंग में गाड़ी में बैठे 8 में से 6 लोगों की मौत हो गई थी।
अमित शाह ने कहा कि बाद में ये गलत पहचान का मामला साबित हुआ। अमित शाह ने कहा कि स्थानीय प्रशासन स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहा है। वहां इस वक्त हालात तनावपूर्ण (stressful) मगर काबू में है। उन्होंने कहा कि राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया है। गृहमंत्री ने कहा कि मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है और एक महीने में जांच पूरी करने का निर्देश दिया गया है। गृह मंत्री ने कहा कि जांच उच्चतम स्तर पर की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। मैंने नगालैंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की है।
सेना पर भी किया गया हमला
आगे गृह मंत्री ने कहा कि वाहन में सवार 2 लोगों को सेना द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह समाचार मिलने के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने सेना की टुकड़ी (army unit) को घेर लिया, उनके वाहनों को जला दिया और उनपर हमला कर दिया। इसकी वजह से एक जवान की मृत्यु हो गई। और कई जवान घायल हो गए। अपनी सुरक्षा में और भीड़ को हटाने के लिए सुरक्षा बलों को गोली चलानी पड़ी। इससे 7 और नागरिकों की मृत्यु हो गई तथा कुछ और घायल हो गए। वहीं इस घटना के बाद कुछ लोगों ने 5 दिसबर को असम राइफल्स की यूनिट पर तोड़ फोड़ की। इसके बाद फिर से को गोली चलानी पड़ी, इसमें एक और व्यक्ति की मृत्यु हो गई।
एजेंसियों को दिया है आदेश, भविष्य में न हो ऐसी कोई घटना
उन्होंने कहा कि यह फैसला लिया गया है कि सभी एजेंसियां यह तय करें कि भविष्य में कभी भी इस तरह की घटना न दोहराई जाए। सरकार की पूरे घटनाक्रम पर नजर है और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। होम मिनिस्टर ने कहा कि स्थिति की जायजा कल लिया गया था। होम मिनिस्टर ने पूर्वोत्तर के अतिरिक्त प्रभारी सचिव को कोहिमा (Kohima) भेजा था। इसके बाद उन्होंने सोमवार को चीफ सेक्रेटरी (chief secretary) से मुलाकात की। इस मीटिंग में वरिष्ठ अधिकारी और सैन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
सेना ने जताया दुख
अमित शाह ने कहा कि सेना ने इन मौतों पर अत्यधिक दुख व्यक्त किया है। सेना इस फायरिंग की वजहों की उच्चस्तरीय जांच कर रही है। इसमें कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि सभी एजेंसियों को कहा गया है कि आगे से वे विद्रोहियों के खिलाफ आपरेशन चलाते वक्त इस बात का ध्यान दें कि जिससे कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो।