पहले बैकों के डूबने पर डूब जाता था जमाकर्ताओं का पैसा, लेकिन अब ऐसा नहीं होता, एक कार्यक्रम में बोले मोदी
नयी दिल्ली। दिल्ली के विज्ञान भवन (Vigyan Bhawan) में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज रविवार को जमाकर्ता प्रथम पांच लाख रुपये तक के गारंटीशुदा समयबद्ध जमा बीमा भुगतान (Guaranteed Timely Deposit Insurance Payments) कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान PM ने कहा कि एक समय था जब बैंकों के डूब जाने से जमाकर्ताओं को अपना पैसा पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता था। गरीब, मध्यम वर्ग बरसों तक इस परेशानी से जूझता रहा। लेकिन अब ऐसा नहीं होता। अब बैंकों के डूबने पर जमाकर्ताओं का पैसा नहीं डूबता और उनकी जमा का समयबद्ध तरीके से भुगतान किया जाता है।
पीएम ने कहा कि जमा बीमा सुधार लागू करने से खाताधारकों का बैकिंग प्रणाली के प्रति भरोसा बढ़ा है। बता दें कि संसद ने गत अगस्त में जमा बीमा एवं ऋण गारंटी निगम (संशोधन) विधेयक, 2021 (The Credit Guarantee Corporation (Amendment) Bill, 2021) को पारित किया था। इसके तहत किसी बैंक पर रिजर्व बैंक की ‘रोक’ के बाद 90 दिन के अंदर जमाकर्ताओं को उनकी जमा में से पांच लाख रुपये तक की राशि का भुगतान किया जाता है।
पीएम ने कहा कि दशकों से चली आ रही एक बड़ी समस्या का जिस तरह समाधान किया गया, आज का दिन उसका साक्षी बन रहा है। उन्होंने कहा, आज का नया भारत समस्याओं के समाधान पर जोर लगाता है, आज भारत समस्याओं को टालता नहीं है। उन्होंने कहा कि बीते एक साल में एक लाख से अधिक जमाकर्ताओं को उनका फंसा पैसा वापस मिला है। यह राशि 1,300 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने दबाव वाले बैंकों से जमाकर्ताओं को मिलने वाली राशि को एक लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया है। इसके दायरे में 98 प्रतिशत खाताधारक आते हैं।
मोदी ने आगे कहा कि कहा जमा बीमा भुगतान की गारंटी (insurance payment guarantee) के पीछे प्रेरणा जमाकर्ता हैं। यदि बैंकों को बचाना है तो जमाकर्ताओं को सुरक्षा देनी होगी। हमने बैंकों को बचाकर जमाकर्ताओं को यह सुरक्षा दी है। उन्होंने कहा, पहले एक बैंक डूबने (bank sinking) पर जमाकर्ताओं को सिर्फ एक लाख रुपये ही देने का प्रावधान था। इस राशि के भी मिलने की कोई समयसीमा नहीं थी। गरीब और मध्यम वर्ग की चिंता को समझते हुए हमने इस राशि को बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 90 दिन के भीतर गारंटीशुदा समयबद्ध जमा बीमा भुगतान के दायरे में बैंकों की 76 लाख करोड़ रुपये की जमा राशि आती है। देश में बैंक जमाकर्ताओं के लिए बीमा की व्यवस्था 1960 के दशक में बनाई गई थी। पहले बैंक में जमा पर सिर्फ 50,000 रुपये की गारंटी थी। बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे बैंकों को सक्षम बनाने, उनकी क्षमता और पारर्दिशता बढ़ाने के लिए उनका विलय सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े बैंकों के साथ किया जा रहा है।