राजस्थान का मामला: खुद को आग लगाने वाले पुजारी की मौत, दबंगों से परेशान हो लगाई थी आग
जयपुर। जयपुर के मुरली पूरा इलाके में दबंगों से परेशान होकर गुरुवार सुबह मंदिर के पण्डित गिरिराज शर्मा ने पेट्रोल छिड़कर आग लगा ली थी। जहां पुजारी की देर रात सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। पण्डित गिरिराज शर्मा 90 फीसदी तक झुलस गए थे। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके नाम दिनेश चंद, मूलचंद मान, रामकिशन शर्मा और सांवरमल अग्रवाल है। इन सभी पर पंडित को आत्मदाह करने के लिए उकसाने का आरोप है। चारों आरोपी मंदिर ट्रस्ट और विकास समिति के सदस्य हैं।
पुलिस के अनुसार पुजारी ने यह कदम कथित तौर पर मंदिर न्यास के लोगों से तंग आकर उठाया था। दरअसल ये लोग उन्हे जबरन मंदिर छोड़ने के लिए मजबूर कर रहे थे। पुलिस उपायुक्त वंदिता राणा ने कहा, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मंदिर न्यास द्वारा पुजारी को मंदिर छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा था। वहीं दावा यह भी किया जा रहा है मदिर की दान पेटी में आने वाले पैसे पर विवाद था। मंदिर की कथित समिति पुजारी को महज 10 हजार की तनख्वाह पर ही रखना चाहती थी। दान पात्र पर समिति का हक होगा, ऐसा नहीं करने पर मंदिर छोड़ने का दबाब बनाया जा रहा था, जिसके चलते रोजाना की किट-किट से परेशान पुजारी ने खुद को आग लगा ली।
मंदिर के थे कई ठेकेदार
बता दें कि घटना मुरलीपुरा थाना क्षेत्र की है जहां मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष मूलचंद मान के घर के बाहर मंदिर के पुजारी गिरिराज शर्मा ने पेट्रोल छिड़क कर खुद को आग लगा ली थी। पुलिस ने कहा कि शर्मा लंबे समय से अपने परिवार के साथ मंदिर परिसर में रह रहा था। पुजारी की पांच बेटियां और दो बेटे हैं, जिनका जीवन यापन मंदिर में आए दान से ही चलता था। दरअसल मंदिर कॉलोनी में होने की वजह से मंदिर के कई ठेकेदार बन चुके थे, जिनको सेवा से ज्यादा मंदिर के चढ़ावे में रुचि थी, जिसका खामियाजा मंदिर के पुजारी को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा।
यह बोली भाजपा
मंदिर के पुजारी गिरिराज शर्मा ने पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है। हालांकि, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रदेश में कानून व्यवस्था पर दोषारोपण तो किया, लेकिन समाज में एक असंतोष और अर्थिक असुरक्षा का जो भाव उत्पन्न हुआ है उस पर किसी ने कोई बात नहीं की। बीजेपी ने भी अपने कोई स्टैंड नहीं बताया कि उनका इस पर क्या स्टैंड है।