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पीएम मोदी बांग्लादेश दौरे पर रहकर भी साधेंगे बंगाल को, 27 मार्च को ओराकंडी में मतुआ मंदिर भी जाएंगे

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 27 मार्च को होना है और इसी दिन पीएम नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के दो दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं। हालांकि, देश में न रहते हुए भी पीएम मोदी बंगाल विधानसभा चुनाव को साधते दिखेंगे। दरअसल, इस दौरे के दूसरे दिन यानी 27 मार्च को ओराकंडी में मतुआ मंदिर जाएंगे। यह पहली बार है जब कोई भारतीय पीएम इस मंदिर का दौरा करेंगे।

मतुआ समुदाय पश्चिम बंगाल के चुनावों में भी अहम भूमिका में है जिसपर बीजेपी के साथ ही टीएमसी की भी नजर है। उत्तरी बंगाल में लगभग सत्तर विधानसभा सीटों पर इस समुदाय का असर है। इन सीटों पर पांचवे और सातवें चरण में 17 और 26 अप्रैल को चुनाव होने हैं। इस दौरान मतुआ समुदाय का चेहरा और बीजेपी के बोनगांव सांसद शांतनु ठाकुर भी पीएम मोदी के दौरे के वक्त ओराकंडी में रहेंगे।

पीएम नरेंद्र मोदी बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के न्योते पर जा रहे हैं। इस दौरान पीएम बांग्लादेश के स्वतंत्र होने की 50वीं वर्षगांठ समारोह में शामिल होंगे। इतना ही नहीं भारत-बांग्लादेश के बीच कूटनीतिक रिश्तों का भी ये 50वां साल है। 2019 लोकसभा चुनावों में भाजपा की सीएए के वादों के चलते उसे इस समुदाय का समर्थन भी हासिल हुआ था। ममता बनर्जी भी इस समुदाय के करीब रही हैं और वह जमीन पर अधिकार सुनिश्चित कर रही हैं।

देश के विभाजन के बाद से मतुआ (मातृशूद्र) समुदाय के एक बड़े हिस्से को नागरिकता की समस्या से जूझना पड़ रहा है। उनको वोट का अधिकार तो मिल गया, लेकिन नागरकिता का मुद्दा बाकी है। देश के विभाजन के बाद इस समुदाय के कई लोग भारत आ गए थे। बाद में भी पूर्वी पाकिस्तान से लोग आते रहे। इस समुदाय का प्रभाव उत्तर बंगाल में सबसे ज्यादा है। लगभग तीन करोड़ लोग इस समुदाय से जुड़े हैं या उसके प्रभाव में आते हैं। ऐसे में विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए यह एक वोट बैंक रहा है।

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