पश्चिम बंगाल का सर्वे: भाजपा-टीएमसी में कांटे की टक्कर, पर बहुमत किसी को नहीं
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। तीन दिन बाद पश्चिम बंगाल में पहले चरण के मतदान होने हैं। वोटिंग से पहले एबीपी न्यूज के लिए ओपिनियन पोल सर्वे एजेंसी सीएन ने सर्वे कर ये जानने की कोशिश की है कि वोटरों का झुकाव किस पार्टी की ओर है और बंगाल की सत्ता की चाबी किस पार्टी के हाथ लग सकती है।
सर्वे के अनुमानों के मुताबिक ममता दीदी की पार्टी टीएमसी और केंद्रीय सत्ता में बैठी बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर होगी। हालांकि दोनों में से किसी भी दल को बहुमत के आंकड़े मिलने के आसार नहीं जताए गए हैं। सर्वे के मुताबिक टीएमसी को 136 से 146 सीटें मिल सकती हैं जबकि बीजेपी को 130 से 140 सीटें मिल सकती हैं। दिलचस्प यह है कि 294 सीटों वाले बंगाल में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को कम से कम 148 सीटों की जरूरत होगी।
सर्वे में जो आंकड़े दिखाए गए हैं। उसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर होगी। लेकिन लेफ्ट और कांग्रेस का हाल बुरा है। सर्वे में कहा गया है कि कांग्रेस+लेफ्ट को 14 से 18 सीटें मिल सकती हैं जबिक अन्य के खाते में 1 से 3 सीटें जा सकती हैं। इन आंकड़ों को आधार मानकर चलें तो कांग्रेस, लेफ्ट और आईएसएफ किंगमेकर की भूमिका में आ सकते हैं।
किसको कितनी सीटें
टीएमसी- 136 से 146
भाजपा- 130 से 140
कांग्रेस + लेफ्ट- 14 से 18
अन्य- 1 से 3
बता दें कि पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में 27 मार्च, एक अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को मतदान होगा। 2 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे। पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल 30 मई 2021 को पूरा हो रहा है। ऐसे में 30 मई से पहले हर हाल में विधानसभा और नई सरकार के गठन की प्रकिया पूरी होनी है। पिछले 10 साल से ममता बनर्जी यहां मुख्यमंत्री हैं। उनके सामने बीजेपी की चुनौती है