पर्यटन क्षेत्र को समृद्ध बनाने प्रस्तावित विकास योजनाओं को जल्द दें मूर्तरूप, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर: बैठक में बोले शिवराज
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मंत्रालय में मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड के संचालक मंडल की बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को समृद्ध बनाने के लिए प्रस्तावित विकास योजनाओं को मूर्तरूप देने के लिए प्रयास बढ़ाए जाएं। वर्तमान विकसित पर्यटन स्थलों के साथ ही नवीन पर्यटन स्थलों में आवश्यक अधो-संरचना निर्माण के लिए तेजी से कार्य किया जाये। पर्यटन क्षेत्र में निवेश वृद्धि के प्रयास हों।
सीएम ने कहा कि युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिलें, इस दृष्टि से भी पर्यटन विकास गतिविधियों का संचालन किया जाए। प्रदेश की पर्यटन संभावनाओं का दोहन प्रदेश की जनता के लिए लाभकारी रहेगा। इस दौरान सीएम ने प्रदेश के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के स्थानों पर विभिन्न उत्सवों के माध्यम से पर्यटन विकास की संभावनाओं को साकार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से उज्जैन में बीते 1 मार्च को महाशिवरात्रि पर मंदिरों और नदी घाटों को दीपों से सजाया गया था, उसी तरह से आगामी 10 अप्रैल को श्रीरामनवमी पर भगवान राम राजा की नगरी ओरछा में दीपोत्सव का आयोजन होगा। इसके लिए पर्यटन, संस्कृति विभाग के साथ ही अन्य सहयोगी एजेंसियों और जिला प्रशासन को तैयारियाँ प्रारंभ करने के निर्देश दिए। वही सीएम ने चित्रकूट में भी श्रीरामनवमी पर प्रात:काल विशेष कार्यक्रम के लिए रूपरेखा बनाने के निर्देश दिए।
बैठक में सीएम ने आगे कहा कि उज्जैन में आमजन ने उत्साह के साथ दीप जलाए थे। ओरछा के दीपोत्सव को भी विशेष बनाया जा सकता है। इसके लिए समन्वय से कार्य प्रारंभ कर मूर्तरूप दिया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खजुराहो उत्सव और अन्य कार्यक्रमों से अधिक संख्या में आमजन को जोड़े जाने के लिए कार्यक्रमों के स्वरूप को निर्धारित करने के भी निर्देश दिए।
मध्यप्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में निवेश संवर्धन के प्रयास
बैठक में सीएम ने पर्यटन क्षेत्र में निवेश के प्रयासों की जानकारी भी ली। उन्होंने हेरिटेज परिसंपत्तियों में से आवंटित परिसंपत्तियों से रोजगार सृजन बढ़ाने के निर्देश दिए। बताया गया कि प्रदेश में 79 पर्यटन परियोजनाओं के लिए 104 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया है। कुल 1517 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है, जिसके फलस्वरूप 22 हजार से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि एक हजार हेक्टेयर से अधिक का भूमि बैंक भी तैयार किया गया है। पांच हेरिटेज सम्पत्तियाँ आवंटित की जा चुकी हैं। इनमें खजुराहो स्थित राजगढ़ पैलेस, रीवा स्थित गोविंदगढ़ पैलेस भी शामिल हैं। निजी क्षेत्र के सहयोग से मिड-वे ट्रीट, हाइ-वे ट्रीट सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं। इनसे करीब 3 हजार लोगों को रोजगार मिल रहा है। प्रदेश में 75 मार्ग सुविधा केंद्र विकसित किए गए हैं। पर्यटन क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देते हुए 15 रोड शो भी किए गए हैं।
पचमढ़ी की तरह लोकप्रिय हो सकता है बैतूल का कुकरु
मुख्यमंत्री ने बैतूल जिले के मनोहारी प्राकृतिक स्थल कुकरु में पर्यटन विकास के कार्यों को बढ़ाने को कहा। मध्यप्रदेश सहित महाराष्ट्र के अनेक पर्यटक इस स्थान पर सैर के लिए आते हैं। आने वाले समय में यह स्थान पचमढ़ी की तरह पर्यटन स्थल के रूप में लोकप्रिय हो सकता है। बैठक में होम स्टे परियोजना, महिलाओं के लिए पर्यटन स्थल परियोजना, ग्रामीण पर्यटन, पर्यटन विभाग के स्टाफ को कौशल उन्नयन एवं प्रशिक्षण, जिलों में जिला पर्यटन कार्य-योजना, कोरोना काल में किए गए विभिन्न वेबिनार, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेवल मार्टस और प्रदर्शनियों में सहभागिता, मानसून पर्यटन के प्रोत्साहन, हेरिटेज रन, जल महोत्सव, खजुराहो नृत्य समारोह, माण्डू उत्सव जैसे कार्यक्रमों और उत्सवों की जानकारी भी दी गई।