जंग का 28वां दिन: अस्तित्व का खतरा खड़ा हुआ तो रूस करेगा परमाणु हथियारों का इस्तेमाल, बोले पेस्कोव
मॉस्को। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज 28वां दिन है। लेकिन अब तक भीषण युद्ध के कोई परिणाम निकलते नहीं दिखे हैं। ऐसे में अब युद्ध में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की संभावनाएं भी पनपने लगी हैं। यूक्रेन से जंग के बीच रूस ने बड़ी धमकी दी है। रूस द्वारा कहा गया है कि अगर रूस के सामने ‘अस्तित्व का खतरा’ खड़ा होगा तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा। यह बात क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कही है।
एक साक्षात्कार के दौरान पेस्कोव ने कहा कि उनका मकसद पड़ोसी पर कब्जा करना नहीं है। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका देश आम नागरिकों को निशाना नहीं बना रहा है। प्रवक्ता ने कहा कि ‘कार्रवाई’ का मुख्य उद्देश्य ‘यूक्रेन की सैन्य ताकतों से छुटकारा पाना है।’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए हमारी सेना यूक्रेन की धरती पर केवल सैन्य लक्ष्यों और सेना से जुड़ी चीजों को निशाना बना रही हैं, नागरिकों को नहीं।’
उन्होंने आगे कहा कि अगर हम ‘अस्तित्व से जुड़े खतरे’ का सामना करेंगे, तो ही परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने कहा, ‘हमारा विचार घरेलू सुरक्षा का है और यह सार्वजनिक है। आप परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से जुड़े सभी कारणों के बारे में पढ़ सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘तो अगर हमारे देश के अस्तित्व के लिए खतरा आया, तो हमारे कॉन्सेप्ट के हिसाब इसे इनका उपयोग किया जा सकता है।’
यूक्रेन का दावा- मार गिराये रूस के 15 हजार से ज्यादा जवान
वहीं जंग में यूक्रेन रूस को कड़ी टक्कर दे रहा है। उसका दावा है कि अब तक जंग में उसने रूस के 15 हजार से ज्यादा जवानों को मार गिराया है। कहा गया है कि 27 दिनों में रूस को जितना नुकसान पहुंचाया गया है वह 10 साल अफगान में जंग लड़ने पर सोवियत संघ को हुए नुकसान से भी ज्यादा है।
पुतिन ने बढ़ाई थीं चिंताएं
यूक्रेन पर हमला करने के कुछ दिनों बाद ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि उन्होंने देश के रणनीतिक परमाणु ताकतों को हाई अलर्ट पर रखा है। 28 फरवरी को हुई इस घोषणा के बाद से ही दुनियाभर में चिंताएं बढ़ गई थी। पेस्कोव के बयान पर पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने मॉस्को के परमाणु हथियारों के संभावित इस्तेमाल को ‘खतरनाक’ बताया है। उन्होंने कहा, ‘यह एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति के काम करने का तरीका नहीं होना चाहिए।’
जंग को खत्म करने भारत की तरफ से कोशिशें जारी
यूक्रेन-रूस जंग को खत्म करने के लिए भारत की तरफ से भी कोशिशें जारी हैं। मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी और यूके के पीएम बोरिस जॉनसन ने फोन पर यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा की। पीएम मोदी ने शत्रुता को समाप्त करने, बातचीत और कूटनीति की वापसी के लिए भारत की लगातार अपील को दोहराया। अंतरराष्ट्रीय कानून और सभी राज्यों की क्षेत्रीय अखंडता के संबंध में भारत के विश्वास पर जोर दिया।