हार पर अब SAD में पड़ी फूट: DSGMC अध्यक्ष ने नई पार्टी बनाने किया ऐलान, अकाली ने दिखाया बाहर का रास्ता
चंडीगढ़। पंजाब में आम आदमी पार्टी की आंधी में कांग्रेस से लेकर शिरोमणि अकाली दल समेत सभी पार्टियां ध्वस्त हो गई हैं। जिसके बाद पार्टियों में कलह भी शुरू हो गई है। जहां एक ओर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब में हार का ठीकरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर फोड़ते हुए उनसे इस्तीफा ले ले लिया है, वहीं अब शिरोमणि अकाली दल में फूट की खबरे सामने आने लगी हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी के सीनियर नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने एक अलग अकाली दल बनाने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि 26 अन्य सदस्यों के साथ यह फैसला किया गया है। पार्टी ने 47 में से 27 सदस्यों के साथ डीएसजीएमसी का चुनाव जीता था।
कालका के इस ऐलान के बाद शिअद ने एक बैठक बुलाई और उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया। इसके अलावा पार्टी की दिल्ली यूनिट का विलय करवा दिया गया है। अकाली दल के उपाध्यक्ष प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि तब तक पूर्व अध्यक्ष अवतार सिंह इस यूनिट की कमान संभालेंगे।
वहीं पंजाब में बठिंडा शहर से अकाली दल के उम्मीदवार और पूर्व विधायक सरूप सिंह सिंहला ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने बादल परिवार पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने चचेरे भाई और कांग्रेस नेता मनप्रीत सिंह बादल का सहयोग किया इसलिए वह चुनाव हार गए। बता दें कि यहां आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने चुनाव जीता है।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के दो अकाली नेता भी पार्टी में विद्रोह कर चुके हैं। बलदेव सिंह चुंगा और किरनजोत कौर ने बादल परिवार का विरोध किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बादल परिवार की गलत नीतियों की वजह से अकाली दल का यह हाल हुआ है। बादल परिवार सिख पंथ को छोड़कर डेरा की शरण में पहुंच गया।