पाकिस्तान के ‘पर्दे के पीछे’ आतंकवाद पर यूं बरसे क्वाड के नेता
वाशिंगटन । क्वाड देशों- अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान (QUAD Countries USA, India, Australia and Japan) के नेताओं ने दक्षिण एशिया(South Asia) में “पर्दे के पीछे से आतंकवाद के उपयोग’’ (आतंकवादी प्रॉक्सी) (Proxy Terrorism) के प्रयोग की निंदा की। उनका इशारा परोक्ष रूप से पाकिस्तान (Pakistan) की तरफ था। नेताओं ने आतंकवादी संगठनों को किसी भी समर्थन से इनकार करने के महत्व पर जोर दिया, जिसका उपयोग सीमा पार हमलों सहित आतंकवादी हमलों को शुरू करने या साजिश रचने के लिए किया जा सकता है।
संयुक्त बयान में कहा गया, “हम पर्दे के पीछे से आतंकवाद के उपयोग की निंदा करते हैं और आतंकवादी समूहों को किसी भी सैन्य, वित्तीय या सैन्य सहायता से इनकार करने के महत्व पर जोर देते हैं, जिसका उपयोग सीमा पार हमलों सहित आतंकवादी हमलों को शुरू करने या योजना बनाने के लिए किया जा सकता है।”
क्वाड नेताओं ने पुष्टि की कि अफगान क्षेत्र का इस्तेमाल किसी भी देश को धमकाने या हमला करने या आतंकवादियों को शरण देने या प्रशिक्षित करने, या आतंकवादी कृत्यों की योजना बनाने या वित्तपोषण के लिए नहीं किया जाना चाहिए। वे अफगानिस्तान में आतंकवाद का मुकाबला करने के महत्व को भी दोहराते हैं।
संयुक्त बयान के मुताबिक, “हम अफगान नागरिकों के समर्थन में साथ खड़े हैं, और तालिबान (Taliban) से अफगानिस्तान छोड़ने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति को सुरक्षित मार्ग प्रदान करने का आह्वान करते हैं, और यह सुनिश्चित करने के लिए भी कि महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों सहित सभी अफगानों के मानवाधिकारों का सम्मान किया जाए।”
अफगानिस्तान और अमेरिका सहित पाकिस्तान के पड़ोसी लंबे समय से उसपर आतंकवादियों को पनाह और समर्थन प्रदान करने का आरोप लगाते रहे हैं जिससे वह इनकार करता रहा है।