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इतिहास दोहराने के मुहाने पर खड़े नीतीश, गठबंधन बचाने भाजपा भी कर रही अंतिम कोशिश

नई दिल्ली/पटना। बिहार में जेडीयू-भाजपा गठबंधन की सरकार में फिलहाल सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आठ साल पुराने इतिहास को दोहराने के मुहाने पर खड़े हैं। हालांकि भाजपा बिहार में भाजपा-जेडीयू गठंधनन को बचाने की कोशिश में जुटी हुई है। इसी कड़ी में सबसे पहले कल सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फोन पर करीब 10 मिनट बात की। वहीं अब राज्य के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के जरिये गठबंधन बचाने की अंतिम कोशिश कर रही है।

गठबंधन को बचाने की कोशिश में जुटी भाजपा ने कई मंत्रियों और प्रदेश अध्यक्ष को मैदान में भी उतार दिया है। इस कड़ी में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद सहित कुछ वरिष्ठ नेताओं ने नीतीश के करीबी और राज्य के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी से मुलाकात की है। इसके बाद नीतीश और तारकिशोर की मुलाकात प्रस्तावित है। इस मुलाकात के बाद मंगलवार को जदयू विधायकों और सांसदों की बैठक होगी। अंतिम निर्णय इसी बैठक में होगा। दरअसल भाजपा-जदयू के बीच चौड़ी हुई मतभेद की खाई की वजह पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह बने। नीतीश को आशंका है कि भाजपा महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की तर्ज पर बिहार में आरसीपी के जरिये उन्हें सत्ता से बेदखल करने की कोशिश कर रही है।

नीतीश के करीबी सांसद के मुताबिक इस आशंका के पर्याप्त कारण हैं। आरसीपी को नीतीश की सहमति के बिना मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। आरसीपी भाजपा के उस शीर्ष नेता के करीबी हैं, जिन्होंने महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को सत्ता से बेदखल करने की पटकथा लिखी। उन्हीं के इशारे पर आरपीसी ने गुपचुप तरीके से राज्यसभा चुनाव के दौरान जदयू विधायकों की बैठक बुलाई। अब वही आरसीपी नया दल बनाने में जुटे हैं और उनका लक्ष्य हर हाल में जदयू और खास कर नीतीश कुमार को कमजोर करना है।

सियासी उलटफेर के बीच कुशवाहा का बड़ा बयान
बिहार में सियासी उलटफेर की चर्चा के बीच जदयू के नेता उपेंद्र कुशवाहा का भी बड़ा बयान सामने आया है। उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया है कि बिहार में एनडीए गठबंधन में सब कुछ ठीक चल रहा है। अभी तक कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि भविष्य में क्या होगा, यह कोई नहीं बता सकता। कुशवाहा ने दावा किया है कि बिहार में एनडीए गठबंधन में सब कुछ ठीक चल रहा है। उन्होंने कहा कि अभी हम कोई दावा नहीं कर रहे हैं। ये गठबंधन कब तक चलेगा के सवाल पर उन्होंने कहा, हम भविष्यकर्ता नहीं हैं। वर्तमान में हमारा गठबंधन है।





राजद-जदयू में दिख रही नजदीकी
गठबंधन बचाने के बीच राजद और जदयू में नजदीकी दिख रही है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि हम नीतीश कुमार और जदयू को गले लगाने को तैयार हैं बशर्ते वह भाजपा से नाता तोड़ लें। सूत्रों का कहना है कि नीतीश ने व्यक्तिगत स्तर पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, तेजस्वी यादव और वाम दलों से संपर्क साधा है। यही कारण है कि कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास बिहार पहुंच गए हैं।

गठबंधन टूट का ठीकरा जदयू पर फोड़ना चाहती है भाजपा
सूत्र मानते हैं कि मतभेद की खाई बहुत चौड़ी हो गई है। इसे पाट पाना फिलहाल संभव नहीं दिख रहा। यही कारण है कि बैठकों के जरिये भाजपा यह संदेश देना चाहती है कि उसने गठबंधन बचाने की पूरी कोशिश की। जबकि जदयू सूत्रों का कहना है कि नीतीश संभवत: 11 अगस्त को सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं।

जदयू में हिम्मत है तो सीधे भाजपा से मुकाबला करे : चिराग
लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को जदयू पर निशाना साधा। उन्होंने नीतीश कुमार को नुकसान पहुंचाने की साजिश में उनकी संलिप्तता का आरोप लगाने के बजाय जदयू से सीधे भाजपा से मुकाबला करने की हिम्मत दिखाने के लिए ललकारा। पासवान ने एक प्रेसवार्ता में दावा किया कि मुख्यमंत्री को उनसे अधिक अपने करीबियों से खतरा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह का अपमान किया है और पहले शरद यादव व जॉर्ज फर्नांडिस को अपमानित किया था। चिराग ने कहा, जदयू अपने आप में बंटा हुआ घर है। आरसीपी को निकलने के लिए मजबूर किया गया, लेकिन नीतीश कुमार को ललन और उपेंद्र कुशवाहा जैसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।

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