निगम मंडल में सिंधिया समर्थकों को तरहीज मिलने से हमलावर हुई कांग्रेस, धनोपिया बोले- यह जयचंदों को तोहफा
भोपाल। लंबे इंतजार के बाद मध्यप्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) ने निगम-मंडलों की नियुक्तियां कर दी है। सूची के मुताबिक निगम और मंडलों में 16 अध्यक्ष और 9 उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। इस नियुक्ति में सबसे ज्यादा तरहीज ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के साथ कांग्रेस (Congress) छोड़कर भाजपा (BJP) में आए नेताओं को दी गई है। जिन नेताओं का नाम शामिल हैं, उनमें इमरती देवी (Imarti Devi), रघुराज कंसाना (Raghuraj Kansana), गिर्राज दंडोतिया (Girraj Dandotiya) और एंदल सिंह कंसाना (Andal Singh Kansana) के नाम प्रमुख हैं। अब इन नियुक्तियों पर कांग्रेस ने नाराजगी जाहिर की है।
कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया (Congress spokesperson JP Dhanopia) ने आरोप लगाया है कि भाजपा निगम और मंडलों में नियुक्ति कर आचार संहिता का उल्लंघन किया है। भाजपा इन नियुक्तियों के जरिए पंचायत चुनाव (Panchayat Election)को प्रभावित करना चाहती है। वहीं उन्होंने सिंधिया समर्थकों को जगह मिलने पर भी हमला बोला है। धनोपिया ने कहा कि निगम मंडल की नियुक्तियां जयचंदों (jayachandon) को तोहफा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव के चलते आचार संहिता लागू है, ऐसे में इन नियुक्तियों से आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है।
किनको कहां मिली नियुक्ति
सिंधिया की कट्टर समर्थक पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी को लघु उद्योग निगम का चेयरमैन बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने एंदल सिंह कंसाना को एमपी एग्रो का अध्यक्ष बनाया है। गिर्राज दंडोतिया ऊर्जा विकास निगम और रघुराज कंसाना पिछड़ा वर्ग आयोग वित्त निगम के अध्यक्ष बने हैं। वहीं अजय यादव को उपाध्यक्ष बनाया गया है। विनोद गोटिया को पर्यटन विकास निगम का अध्यक्ष और नरेंद्र सिंह तोमर को उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया को मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया है।
जसवंत जाटव को राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम का अध्यक्ष, रणवीर जाटव को संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम का अध्यक्ष, शैलेंद्र बरुआ को मध्यप्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम का अध्यक्ष और प्रहलाद भारती को उपाध्यक्ष बनाया गया है। मुन्नालाल गोयल को मध्यप्रदेश राज्य बीज एवं फार्म विकास निगम का अध्यक्ष और राजकुमार कुशवाहा को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
पिछले साल से हो रहा था इंतजार
पिछले साल मार्च में सत्ता परिवर्तन हुआ था। उसके बाद से ही कोरोना काल चल रहा था। इस बीच, कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सरकार बनाने में मदद करने वाले ऐसे नेताओं की फजीहत हो गई थी, जो उपचुनाव में सफल नहीं हो सके थे। इनके पुनर्वास को लेकर सुगबुगाहट काफी दिन से चल रही थी। अब जाकर शिवराज सिंह चौहान सरकार ने इन नेताओं पर ध्यान दिया है।