नस्लभेद के शिकार के हत्यारे पर नहीं चलेगा फर्स्ट डिग्री मर्डर का केस
बेकर ने गुरुवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अपनी जांच के दौरान हमने अधिकारी को सेकेंड डिग्री मर्डर का दोषी पाया है। उन्हें लाइफ पैरोल की सजा सुनाई जाती है। चूंकि अधिकारी के खिलाफ पर्याप्त सबूत उपलब्ध नहीं है इसलिए उन पर फर्स्ट डिग्री हत्या का आरोप नहीं लगाया जा सका है।’
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राज्य मिशिगन के ग्रैंड रैपिड्स काउंटी में एक 26 वर्षीय अश्वेत युवक पैट्रिक ल्योया ((देखें चित्र) ) की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी । दरअसल, पैट्रिक अपनी कार में सवार था कि तभी गलत नंबर प्लेट लगाने के कारण पुलिस अधिकारी क्रिस्टोफर शूर्र ने उसे रोका। वायरल वीडियो में पैट्रिक को पुलिस अफसर से दूर भागते, दोनों के बीच बहस होते और पुलिस अधिकारी काे हाथापाई करते देखा जा सकता है।
बेकर ने कहा कि उन्होंने ल्योया के परिवार से बुधवार को बात की और उन्हें अपने लिए फैसले की जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि अदालत तथ्यों के आधार पर फैसला लेता है।
बेकर कहते हैं, ‘केंट काउंटी के पुलिस कर्मियों को ऐसा बिल्कुल भी नहीं सोचना चाहिए कि वे बाहर निकलकर ऐसा कुछ भी कर सकते हैं। मुझे लगता है कि इस फैसले से सबको एक मैसेज जाएगा कि हम इस तरह के मुद्दों को लेकर गंभीर हैं। हमारी जिम्मेदारी कानून बनाए रखना है। हम पुलिस के साथ मिलकर काम करते हैं, उनके लिए काम नहीं करते। मुझे लगता है कि इससे पूर्वाग्रह की भावना दूर होगी।’