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अब दिल्ली की सड़कों में ग्रीन हाइड्रोजन से दौड़ेंगी गाड़ियां, गडकरी ने यह दावा कर बताई अपनी योजना

नई दिल्ली। केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Transport Minister Nitin Gadkari) ने फिर एक बार बड़ा दावा किया है। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मैं कोशिश कर रहा हूं कि गंदे पानी (dirty water) से ग्रीन हाइड्रोजन (green hydrogen) तैयार कर शहर की बस, ट्रक और कारें ग्रीन हाइड्रोन से चलाएं। इसके लिए मेरे पास योजना भी है। संभव है कि वह एक जनवरी से ऐसा शुरू भी कर दें। एन्होंने कहा कि मैंने एक कार खरीदी है जो फरीदाबाद (Faridabad) में एक तेल अनुसंधान संस्थान (oil research institute) में उत्पादित ग्रीन हाइड्रोजन से चलेगी।

गडकरी ने यह बातें नागपुर में देश के पहले वाणिज्यिक तरल प्राकृतिक गैस (LNG) फिलिंग स्टेशन का उद्घाटन के अवसर पर कहीं। गडकरी ने कहा कि green hydrogen, LNG, CNG और इथेनॉल (ethanol) जैसे वैकल्पिक ईंधन के अधिक उपयोग से पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से राहत मिलेगी, जिसकी वजह से लोग परेशान हैं और आंदोलन कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाले सार्वजनिक परिवहन चलाने की योजना बना रही है। कहा कि हम चाहते हैं कि कार, बस, ट्रक सब कुछ ग्रीन हाइड्रोजन से ही चले। इसके लिए नदी-नालों में गिरने वाले गंदे पानी का उपयोग किया जाए, उनसे ग्रीन हाइड्रोजन तैयार की जाए।





बता दें कि गडकरी महंगे पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel) पर निर्भरता कम करने के लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने पेट्रोल- डीजल पर निर्भरता कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं। हाल ही में एक बैठक में गडकरी ने बायो-एथेनॉल पर जोर देने की बात कही थी। एक ट्वीट (Tweet) कर उन्होंने कहा था कि इस दिशा में वह दो से तीन दिनों में बायो-एथेनाल आधारित इंजन बनाने को लेकर वाहन बनाने वाली कंपनियों को निर्देश देंगे। उन्होंने आगे कहा था कि मैं अगले 2-3 दिनों में एक फाइल पर हस्ताक्षर करने जा रहा हूं, जिसमें कार निमार्ताओं को 100% बायो-एथेनॉल से चलने वाले इंजन बनाने के लिए कहा जाएगा।

कुछ भी बेकार नहीं, वेस्ट में वैल्यू एड करें
नितिन गडकरी ने नागपुर में सात साल पुरानी योजना पर कहा कि इस योजना के तहत सीवेज के पानी को काम में लाया जाता है। अब नागपुर अपने यहां के सीवेज के पानी को महाराष्ट्र सरकार को बेचता है, उससे बिजली बनाई जाती है। इससे वह 325 करोड़ रुपये हर साल कमाता है। उन्होंने कहा कि कुछ भी बेकार नहीं है। वेस्ट में वैल्यू एड करें तो बहुत कुछ तैयार हो सकता है। सीवेज पानी से ग्रीन हाइड्रोजन तैयार की जा सकती है। हम इसी पर काम कर रहे हैं। उन्होंने अपील की कि लोगों को ऐसे प्रशिक्षित करें कि वे गंदे पानी से ग्रीन हाइड्रोजन तैयार करें।

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