रीवा सांसद के फिर बिगड़े बोल: कहा- राजनीति चमकाने कलेक्टर को मारते थे थप्पड़, ब्राह्मणों को भी बताया अज्ञानी
रीवा। रीवा से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सासंद जनार्दन मिश्रा ने एक बार फिर विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने यह विवादित बयान रीवा के कृष्णा कपूर आॅडिटोरियम में आयोजित स्वर्गीय भगवत शरण माथुर की 71 वी जयंती के अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिया। जनार्दन ने कहा कि राजनीति चमकाने के वह कलेक्टर को थप्पड़ मारते थे। यहीं उन्होंने ब्राम्हणों पर टिप्पणी करते हुए उन्हें अज्ञानी बता दिया। सांसद जनार्दन मिश्रा जब यह विवादित बयान दे रहे थे उस दौरान मंच पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम पूर्व मंत्री एवम रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल सहित अन्य लोग मौजूद थे। सांसद के इस बड़बोले बयान पर प्रशासनिक अधिकारी और ब्राम्हण समाज गुस्से में है।
बता दें कि इससे पहले भी जनार्दन मिश्र कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। जिनका वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुए थे। उन्होंने कुछ समय पहले ही स्वच्छता में बाधा डालने वालों को जिंदा रहने का अधिकार नहीं है और ऐसे लोगों को फांसी देने से संबंधित बयान दिया था। इसके अलावा एक और विवादित बयान था, जिसमें उन्होंने कहा कि सरपंचों को 15 लाख के भ्रष्टाचार की छूट दी जानी चािहए। सरपंच चुनाव लड़ने के लिए सात लाख खर्च करता है तो इसलिए वह 15 लाख तक भ्रष्टचार करे तो शिकायत नहीं करना चाहिए।
सांसद ने कहा, ‘हम अक्सर इंतजार करते थे कि जब कोई नया कलेक्टर आये तो उसकी कॉलर पकड़ लेते, उसे तमाचा मारते थे और कमिश्नर को कुर्सी से गिरा देते। ऐसा करने से साल दो साल के लिए उनकी नेतागिरी फिक्स हो जाती थी।’ वहीं उन्होंने ब्राह्मणों को लेकर कहा कि कर्मकांड और शादी ब्याह कराने वाले पंडित पुजारी को ज्ञान नहीं है।
उन्हें मंत्रो और शब्दों का उच्चारण नहीं आता, वह शादी ठीक तरह से नहीं करा पा रहे है, कर्मकांड और शादी विवाह कराने वाले ब्राम्हणों को प्रशिक्षण की जरूरत है। ‘उनके ज्ञान को बढ़ाना होगा इसके लिए वह दक्षिण भारत के ब्राह्मण लायेगें। ब्राम्हण पंडित पुजारी के कार्य में युवाओं को शामिल कर रोजगार के अवसर दिए जाएंगे। ज्यादा से ज्यादा ब्राम्हणों को ट्रेनिंग दी जायेगी।