मनमानी पर उतारू तालिबान: क्रिकेट प्रमुख को पद से हटा अपने इस करीबी को सौंपी कमान
काबुल। अफगानिस्तान (Afghanistan) में 20 साल बाद एक बार फिर सत्ता में काबिज होने के बाद तालिबान (Taliban) पूरी तरह से मनमानी करने में उतारू हो गया है। इस बार उसने देश के क्रिकेट के भविष्य पर बड़ा सवालिया निशान लगाया है। क्रूर तालिबान ने अफगानिस्तान क्रिकेक प्रमुख हामिद शेनवारी (Cricket chief Hamid Shenwari) को पद से हटाकर अपने ही सदस्य को इसकी कमान सौंप दी है। शेनवारी ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज (facebook page) पर सोमवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अनस हक्कानी (Anas Haqqani) ने उन्हें उनके पद से हटा दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, हामिद शिनवारी को तालिबान के नए गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी (Sirajuddin Haqqani) के छोटे भाई अनस हक्कानी ने हटाया है। हामिद शेनवारी ने फेसबुक पोस्ट पर लिखकर बताया कि उनको इस पद से हटाने के लिए कोई अधिकारिक वजह नहीं बताई गई है। लेकिन बताया कि उन्हें कहा गया है कि नसीबुल्लाह हक्कानी (Naseebullah Haqqani) उनकी जगह लेगा। अभी तक यह नहीं पता है कि नसीबुल्लाह किसी तरह से सिराजुद्दीन का कोई रिश्तेदार है या नहीं। तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद फरमान जारी करते हुए कहा कि महिलाएं किसी खेल में हिस्सा नहीं लेंगी, जिसमें क्रिकेट भी शामिल है। इसको लेकर दुनिया भर में तालिबान की बहुत थू-थू भी हो रही है।
कौन है नसीबुल्लाह हक्कानी
अफगान क्रिकेट बोर्ड का नया चीफ नसीबुल्लाह हक्कानी कौन है? मतलब क्या वह सिराजुद्दीन हक्कानी का कोई रिश्तेदार है? यह फिलहाल साफ नहीं है। बता दें कि सिराजुद्दीन हक्कानी FBI की वॉन्टेड लिस्ट में है। पिछले 20 साल में काबुल में हुए कई बड़े हमलों के बारे में एफबीआई उसे ढूंढ रही थी। खेलों पर कंट्रोल करने के तालिबान के फैसले का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विरोध हो रहा है। आस्ट्रेलिया के क्रिकेट बोर्ड ने पिछले हफ्ते अफगान टीम के साथ एक मैच कैंसल कर दिया था। अफगान ने खेलों में महिलाओं पर बैन लगाने की बात कही है, इसके खिलाफ आस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने ऐसा किया था।
कैबिनेट में शामिल हैं मोस्ट वांटेड आतंकी
तालिबान ने अफगान पर कब्जे के बाद जो अंतरिम सरकार बनाई है, उसमें कई मोस्ट वॉन्टेड आतंकी शामिल हैं। इसमें गृहमंत्री आतंकियों के नेटवर्क का मुखिया है। रक्षामंत्री के पिता ने खुद तालिबान की नींव रखी थी. कार्यवाहक पीएम मोहम्मद हसन अखुंद खुद यूएनएससी की आतंकियों की लिस्ट में शामिल है।