तालिबानी हुकूमत का फरमान: अब अपनी मर्जी से कोई अफगानी नहीं छोड़ सकेगा देश
काबुल। अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) की वापसी के बाद देश के नागरिकों की जिंदगी नरक बनती जा रही है। अन्य देशों के रह रहे लोग लगातार अफगानिस्तान को छोड़ रहे हैं। भारत समेत कई देशों ने अब तक हजारों को वहां से निकाल भी लिया है। इस बीच तालिबानी हुकूमत (Taliban rule) ने चेतावनी जारी की है। उसने कहा है कि अब अपनी मर्जी से कोई भी नागरिक देश नहीं छोड़ सकेगा। तालिबान ने कहा है कि वह अफगान नागरिकों को काबुल एयरपोर्ट की यात्रा करने से रोकेंगे, ताकि कोई अफगानी विमानों पर सवार होकर विदेश न चला जाए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद (Taliban spokesman Zabiullah Mujahid) ने कहा कि अब हम किसी भी अफघानी नागरिकों को देश से बाहर नहीं जाने देंगे। यह रोक सिर्फ अफगान नागरिकों पर है। हालांकि, विदेशी नागरिक अपने देश लौट सकते हैं। एक न्यूज एजेंसी ने मुजाहिद के हवाले से कहा कि एयरपोर्ट जाने वाले रास्ते को ब्लॉक कर दिया गया है। एयरपोर्ट तक जाने के लिए अफगान उस सड़क से नहीं जा सकते, लेकिन विदेशी नागरिकों को एयरपोर्ट जाने की इजाजत होगी।
जबीउल्लाह ने कहा कि बीते दिनों में जितने भी अफगानी नागरिकों ने देश छोड़ा है, उन्हें वापस अपने देश लौटना चाहिए। तालिबान ने कहा, ‘हम अब अफगानों को देश छोड़ने नहीं देंगे और हम इससे खुश भी नहीं हैं। अफगानिस्तान के डॉक्टरों और शिक्षाविदों को देश नहीं छोड़ना चाहिए और उन्हें अपने देश में ही काम करना चाहिए।’
तालिबान के इस बयान पर व्हाइट हाउस (White House) की प्रेस सेक्रेटरी जेन साकी (Press Secretary Jen Psaki) ने बताया कि इससे उन अफगानियों पर असर नहीं पड़ेगा, जिन्हें अमेरिका ने प्राथमिकता दी है। उन्होंने बताया कि इस बारे में तालिबान को भी बता दिया गया है और कहा गया है कि ऐसे लोगों को एयरपोर्ट पहुंचने दे। बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता संभालने के बाद से अब तक हजारों लोग अफगानिस्तान छोड़ चुके हैं। इनमें ज्यादातर महिलाएं हैं।