अफगानिस्तान पर संकट: अब जलालाबाद भी तालिबान के कब्जे में, सरकार पास बचा सिर्फ काबुल
काबुल। अमेरिकी सेना (us Army) और नाटो की वापसी के बाद अफगानिस्तान (Afghanistan) की सेना ने तालिबानी लड़ाकों (Taliban fighters) के सामने घुटने टेक दिए हैं। जिसके बाद से तालिबान का कहर बढ़ता ही जा रहा है। 19 से अधिक प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा करने के बाद अब तालिबान ने जलालाबाद पर भी कब्जा कर लिया है। जलालाबाद (Jalalabad) में कब्जा होने के बाद अब अफगानिस्तान सरकार (Government of Afghanistan) के पास सिर्फ काबुल ही बचा है। जलालाबाद में कब्जा करने से पहले तालिबान ने कल सबसे बड़े शहर मजार ए शरीफ पर कब्जा किया था।
पूर्वी हिस्से से पूरी तरह टूटा काबुल का संपर्क
जलालाबाद पर तालिबान के कब्जे बाद काबुल का अफगान के पूर्वी हिस्से से संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। वहीं अन्य कई शहरों पर कब्जा जमाने के बाद काबुल अलग-थलग हो चुका है। इससे पहले अफगानिस्तान के चौथे सबसे बड़े शहर मजार-ए-शरीफ (Mazar-e-Sharif) पर शनिवार को तालिबान का कब्जा हो गया था। अब जलालाबाद पर कब्जे की जानकारी अफगानी सांसद व तालिबान, दोनों की ओर से दी गई है। एक तरफ तालिबान की ओर से कुछ तस्वीरें जारी की गईं। इसमें जलालाबाद के राज्यपाल कार्यालय में तालिबानी नजर आ रहे हैं। तो दूसरी ओर प्रांत के सांसद अबरारुल्लाह ने बताया कि अफगानिस्तान में एक मजबूत शहर पर कब्जा कर लिया गया है, जो अफगान सरकार क लिए बड़ा झटका है।
इसके अलावा, प्रांत के एक सांसद अबरारुल्लाह मुराद (MP Abarullah Murad) ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि तालिबानियों ने जलालाबाद पर कब्जा कर लिया। इससे पहले शनिवार को तालिबान ने उत्तरी अफगानिस्तान में एक बड़े और मजबूत रक्षा पंक्ति वाले शहर पर कब्जा कर लिया, जो अफगान सरकार के लिए एक बड़ा झटका है। साथ ही, अमेरिका के अपने सैनिकों को इस युद्धग्रस्त देश से वापस बुलाने की प्रक्रिया पूरी करने से पहले ही तालिबान राजधानी काबुल के नजदीक पहुंच गया है।
19वीं प्रांतीय राजधानी पर कब्जा
पिछले एक सप्ताह से तालिबान ज्यादा ही आक्रामक हो गया है। वह बहुत तेजी से अफगानिस्तान की प्रांतीय राजधानियों को अपने कब्जे में ले रहा है। जलालाबाद ऐसी 19वीं प्रांतीय राजधानी है, जिसे तालिबान ने कब्जाया है। इससे पहले गजनी, , हेरात, कंधार, हेलमंद समेत 18 राजधानियां भी उसके कब्जे में आ चुकी हैं।