मध्यप्रदेश

संघ और शाह के प्रति दिग्गी का पसीजा दिल, पुरानी यादों को याद कर की तारीफ

भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSs) और भाजपा (BJP) पर हमेशा हमलावर रहने वाले दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) का अब दिल पसीज गया है। सार्वजनिक मंच से दिग्विजय सिंह ने संघ और अमित शाह (Amit Shag) की तारीफ की। इतना ही नहीं दिग्विजय सिंह ने संघ और अमित शाह को धन्यवाद दिया। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान खुलासा करते हुए कहा कि जब हमने नर्मदा परिक्रमा (Narmada Parikrama) की थी तब उस दौरान संघ के कार्यकर्ताओं और अमित शाह ने बड़ी मदद की थी। उनके साथ उनकी पत्नी अमृता राव (amrita rao) ने नर्मदा परिक्रमा की थी।
दिग्विजय सिंह अपनी नर्मदा परिक्रमा के दौरान अपने अनुभवों पर आधारित पुस्तक के विमोचन (Book release based on his experiences) पर भोपाल के विधानसभा सभागार (assembly hall) में अपने अनुभवों को साझा किया। सिंह ने कहा, एक बार हम गुजरात में अपने गंतव्य पर रात 10 बजे पहुंचे।  जंगल के इलाके में आगे जाने का रास्ता नहीं था और रातभर रुकने की कोई सुविधा नहीं थी। तब वन विभाग के अधिकारियों ने हमारे लिए व्यवस्था की। उन अधिकारियों ने बताया कि हमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह के निर्देश हैं कि दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा के दौरान हर प्रकार की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने आगे कहा कि इसी प्रकार नर्मदा परिक्रमा के पड़ाव के दौरान RDD के कार्यकर्ताओं ने भी हमारा सहयोग किया। वैसे मैं हमेशा से संघ का आलोचक (critic of the union) रहा हूं, फिर भी उन्होंने हमारी मदद की।  आरएसएस कार्यकर्ताओं ने एक दिन मांझी समाज धर्मशाला में उनके समूह के ठहरने की व्यवस्था की और जिस हॉल में उन्हें रखा गया था, दीवारों पर RDD के दिग्गजों केशव बलिराम हेडगेवार (Keshav Baliram Hedgewar) और माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर (Madhavrao Sadashivrao Golwalkar) की तस्वीरें थीं।
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि मैं अमित शाह का सबसे बड़ा आलोचक हूं, लेकिन उन्होंने (शाह) ने यह सुनिश्चित किया कि हमारी यात्रा में कोई दिक्कत ना हो। उन्होंने पहाड़ों के बीच से हमारे लिए रास्ता निकाला और हम सभी के लिए भोजन की व्यवस्था भी की। दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि वह आरएसएस के भी आलोचक हैं, लेकिन इसके कार्यकर्ता यात्रा के दौरान उनसे मिलते रहे।
दिग्विजय ने कहा, मैंने कार्यकर्ताओं से पूछा कि वे इतनी तकलीफ क्यों उठा रहे हैं तो उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें मुझसे मिलने का आदेश दिया गया है। कांग्रेस नेता ने याद किया कि जब वे भरूच क्षेत्र से गुजर रहे थे,  दिग्विजय ने कहा कि वह यह सब इसलिए बता रहे हैं ताकि लोग जानें कि धर्म और राजनीति अलग है और उन्होंने अपने तीर्थ के दौरान सबसे मदद ली।

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