मोदी कैबिनेट में फेरबदल की अटकलें तेज: आज की बैठक में टिकीं दावेदारों की निगाहें
ताजा खबर: नई दिल्ली। पीएम मोदी (PM Modi) के मंत्रिमंडल में होने वाले फेरबदल की अटकलों के बीच आज केंद्रीय मंत्रिमंडल (central cabinet)और आर्थिक मामलों पर बनी मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक होगी। आज होने वाली इस बैठक में पिछले दो साल से मंत्री पद की आस लगाए बैठे नेताओं की निगाहें इस ओर टिकी हुर्इं हैं। सूत्रों के मुताबिक भाजपा और NDA के सहयोगी दलों से कुछ महत्वपूर्ण नेता PM मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं। बता दें कि शिवसेना (Shivsena) और शिरोमणि अकाली दल (SAD) के एनडीए गठबंधन से बाहर होने और लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रहे रामविलास पासवान (Ramvilash Paswan) की मौत के बाद मंत्रिमंडल में कुछ अहम पद खाली हैं। इन पदों के लिए अब नए चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं।
ज्ञात हो कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल पूरे हो गए हैं लेकिन अभी तक एक भी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ है। अटकलों के बीच अब पहले मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी जोरशोर से चल रही हैं । मंत्रिमंडल विस्तार से पहले पीएम मोदी अलग-अलग मंत्रियों को समूह में बुला कर उनके मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा भी कर रहे हैं। इन बैठकों में गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) भी मौजूद रहे। मंत्रिमंडल विस्तार के कयास के बीच PM नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मंत्रिमंडल के सहयोगियों और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक की। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) भी मौजूद रहे।
सूत्रों के मुताबिक, PM ने पिछले सप्ताह भी ऐसी कई बैठकें की थीं। उन्होंने बताया कि इन बैठकों के जरिये प्रधानमंत्री विभिन्न मंत्रालयों में पिछले दो वर्षों में हुए कामकाज की जानकारी लेने के अलावा कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की। हाल की लगभग सभी बैठकों में भाजपा अध्यक्ष मौजूद रहे थे। जानकारों का मानना है कि यह केंद्रीय कैबिनेट (central cabinet) में विस्तार और फेरबदल के पहले की कवायद हो सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, पीएम आवास पर मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा बृहस्पतिवार से शुरू हुई और अब तक तीन समूहों से कामकाज का जायजा लिया जा चुका है। मोदी ने पहले दिन रामेश्वर तेली, वीके सिंह समेत कुछ अन्य मंत्रियों से उनके मंत्रालयों द्वारा किए गए काम की जानकारी ली। सूत्रों के मुताबिक ये बैठकें पांच घंटे से अधिक चलीं और कई मंत्रियों ने अपने मंत्रालय की प्रजेंटेशन (presentation) भी पेश की। पीएम ने कृषि, ग्रामीण विकास, पशु पालन एवं मत्स्य पालन, आदिवासी मामले, शहरी विकास, संस्कृति, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन, नागरिक उड्डयन, रेलवे, भोजन और उपभोक्ता मामले, जल शक्ति, पेट्रोलियम, स्टील और पर्यावरण मंत्रालयों के मंत्रियों को भी बैठक के लिए बुलाया।
लंबे समय से है विस्तार की प्रतीक्षा
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्रिमंडल विस्तार की प्रतीक्षा लंबे समय से की जा रही है। बीते साल मार्च में भी विस्तार पर मंथन हुआ था। इसी बीच कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की दस्तक और बाद में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly elections) के कारण विस्तार टल गया था। गौरतलब है कि दूसरे कार्यकाल में पूर्व सहयोगियों शिवसेना और अकाली दल के कोटे के मंत्रियों के इस्तीफे, दो मंत्रियों की असामयिक मौत के कारण कई मंत्रियों पर काम का बोझ बहुत ज्यादा है। कई मंत्री तीन से चार विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इसके अलावा शिवसेना और अकाली दल के राजग से हटने के कारण वर्तमान सरकार में सहयोगी दलों का नेतृत्व प्रतीकात्मक हो गया है। वर्तमान में सिर्फ आरपीआई के रामदास अठावले बतौर राज्य मंत्री सरकार में शामिल हैं। जबकि लोकसभा में प्रतिनिधित्व रखने वाले एक भी सहयोगी को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व हासिल नहीं है।