ताज़ा ख़बर

तीसरी लहर का भय: केन्द्र का राज्यों को पत्र- टेस्ट-ट्रैक और ट्रीट पर करें फोकस, बाजारों में न बढ़ने दें भीड़

ताजा खबर : नई दिल्ली। देश में कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) ने खूब तबाही मचाई है। पिछले दो महीनों के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह से चरमरा गई थीं, इस दौरान हॉस्पिटलों में न तो मरीजों को बेड मिल रहा था और न ही दवाईयां। महामारी को काबू करने के लिए देश में अधिकतर राज्यों ने लॉकडाउन (lockdown) का भी सहारा लिया था जिसका असर कुछ दिनों बाद दिखाई भी दिया, लेकिन लगे लॉकडाउन के कारण रोज कमाने वालों पर रोटी का भी संकट आ गया। जिसके बाद राज्य सरकारों ने सख्ती के साथ lockdown में ढील देना शुरू कर दिया है। लॉकडाउन में ढील मिलते ही एक बार फिर सड़कों और बाजारों में काफी भीड़ दिखाई देने लगी है।

वहीं सड़कों और बाजारों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए केंद्र सरकार (central government) ने सभी राज्यों को चेतावनी देते हुए कहा है कि भीड़ को रोक कर ही एक्टिविटिज को बढ़ावा देना चाहिए। केंद्र की तरफ से बेहद महत्वपूर्ण कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर (covid appropriate behavior) की पांच स्तरीय रणनीति को सुनिश्चित करने की अपील की गई है। साथ ही संक्रमण की रोकथाम के लिए टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट और वैक्सीनेशन को तवज्जो देने को कहा है।

केंद्र की तरफ से यह निर्देश एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) की उस चेतावनी (Warning) के बाद जारी किया गया है जिसमें कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave) अगले 6 से 8 सप्ताह में दस्तक देने की बात कही गई है। गुलेरिया ने शनिवार को चेतावनी देते हुए कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर अगले 6 से 8 हफ्ते में आ सकती है। रणदीप गुलेरिया ने कहा कि ‘अगर कोरोना से जुड़े गाइडलाइंन को फॉलो नहीं किया गया तो तीसरी लहर 6-8 हफ्तों में आ सकती है। जरूरत है कि वैक्सीनेशन होने तक हम आक्रामक रूप से अपनी जंग जारी रखें।’





उन्होंने कहा कि अगर लोगों ने मास्क और सोशल डिस्टेन्सिंग (social distancing) जैसे जरूरी गाइडलाइन को फॉलो नहीं किया तो मुश्किल हालात पैदा हो सकते हैं। एम्स निदेशक ने कहा कि कोरोना के केस बढ़ने पर सर्विलांस और जिस क्षेत्र में केस बढ़ते हैं उसकी पहचान कर वहां लॉकडाउन लगाने की भी जरूरत पड़ सकती है।

केंद्र का राज्यों को पत्र
इस चेतावनी के बीच केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला (Ajay Bhalla) ने शनिवार को राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा। उन्होंने राज्यों में टेस्ट ट्रैक और ट्रीट की रणनीति को जारी रखने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि टेस्टिंग रेट कम ना हो। इसके अलावा राज्यों से वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने को भी कहा है। गृह मंत्रालय (home Ministry) की तरफ से जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान कई राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े थे। कई राज्यों ने संक्रमण रोकने के लिए पाबंदियां लगाई थीं। अब कोरोना के मामले कम होने के साथ ही राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पाबंदियों में छूट देने शुरू कर दी है।

Web Khabar

वेब खबर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button