पाकिस्तान में भीषण रेल हादसा: दो ट्रेनों के आपस में टकराने से गई 30 की जान, बढ़ सकती है संख्या
ताजा खबर: इस्लामाबाद। पाकिस्तान (Pakistan) में आज सुबह एक भीषण रेल हादसा (horrific train accident) हो गया है। सिंध प्रांत (Sindh Province) के डहारकी क्षेत्र में दो ट्रेनें मिल्लत एक्सप्रेस (millat express) और सैय्यद एक्सप्रेस (Sayyed Express) के आपस में टकराने से कई लोग हादसे का शिकार हो गए है। मिली जानकारी के अनुसार इस दुर्घटना में अब तक 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। दोनों ट्रेनों की भिड़ंत से मरने वालों की संख्या में बड़ा इजाफा हो सकता है क्योंकि सैकड़ों लोग अभी भी ट्रेन की बोगियों में फंसे हुए हैं।
घोटाकी जिले के डिप्टी कमिश्नर (deputy commissioner) ने मौतों की पुष्टि की है। मिल्लत एक्सप्रेस की कई बोगियां अनियंत्रित होकर दूसरी ट्रैक पर जा गिरीं और सामने से आ रही सर सैयद एक्सप्रेस उससे टकरा गई। इस कारण मिल्लत एक्सप्रेस की 8 और सर सैयद एक्सप्रेस की इंजन समेत चार बोगियों ट्रैक से उतर गईं। मिल्लत एक्सप्रेस कराची से सरगोधा और सर सैयद एक्सप्रेस रावलपिंडी से कराची जा रही थी।
कई बोगियों को हुआ है भारी नुकसान
पाकिस्तानी अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। घोटाकी जिले के डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि हादसे में 13 से 14 बोगियां पलट गई हैं। इनमें से 6 से 8 को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि कई लोग अभी भी बोगियों में फंसे हुए हैं और उन्हें निकालने में काफी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। डेप्युटी कमिश्नर ने कहा कि राहत ट्रेन को रवाना कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि घायलों को ट्रैक्टर ट्रॉली (tractor trolley) के जरिये ले जाया जा रहा है। घोटाकी, धारकी, ओबरो और मीरपुर मथेलो के अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित करके सभी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ (paramedical staff) को ड्यूटी पर बुलाया गया है।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रेस्क्यू टीम पहुंच चुकी है, जिसके बाद राहत बचाव कार्य शुरू हो गया है। हालांकि, अभी तक हेवी कटर्स और मशीनरी यहां नहीं पहुंची है। ट्रेन हादसे (train accident) की वजह से कई ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है।अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि राहत और बचाव काम कब तक चलेगा। कमिश्नर ने कहा कि यह बहुत चुनौतीपूर्ण काम है। बोगियों में फंसे लोगों को निकालने के लिए बड़ी मशीनों को घटनास्थल पर लाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टरों को काम पर बुला लिया गया है। यात्रियों को राहत देने के लिए मेडिकल कैंप बनाया जा रहा है।