तमिलनाडु में भाजपा नेता की चाकुओं से गोद कर ली जान
चेन्नई। तमिलनाडु (Tamil Nadu) में भाजपा नेता बालचंद्रन (BJP leader Balachandran) की हत्या (murder) हो गई। खबर के मुताबिक चेन्नई के चिंताद्रिपेट में तीन अज्ञात लोगों ने चाकू से गोद कर उनकी हत्या की है। वह BJP में एससी-एसटी विंग (SC-ST Wing) के मध्य चेन्नई (Central Chennai) के जिला अध्यक्ष थे। खबर के मुताबिक भाजपा नेता पर हमलावरों ने एक के बाद एक कई वार किए हैं। यह घटना मंगलवार देर शाम की बताई जा रही है। बता दें इससे पहले भी उनको कई बार जान से मारने की धमकियां मिली थीं, जिसके बाद राज्य सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा के लिए एक गार्ड मुहैया कराया गया था।
जानकारी के मुताबिक भाजपा नेता पर जब हमला हुआ तब उनका सुरक्षा गार्ड चाय पीने चला गया था, इसी बीच हमलावरों ने मौके का फायदा उठाकर चाकू से ताबड़तोड़ हमले कर दिए। भाजपा नेता की मौके पर ही मौत हो गई। जिस समय उन पर हमला हुआ वह समिनायकन स्ट्रीट गए थे और वहां अपने कुछ दोस्तों से बात कर रहे थे।
बाइक पर सवार होकर आए थे हमलावर
जानकारी के अनुसार बाइक पर सवार तीन अज्ञात व्यक्ति बालाचंद्रन की हत्या करने आए थे और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। चेन्नई के पुलिस आयुक्त शंकर जीवाल ने कहा कि यह हत्या पिछली दुश्मनी का मामला लग रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना के बारे में बताया है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है। मैं यहां यह देखने आया हूं कि कहीं कोई चूक तो नहीं हुई।
राज्य भाजपा ने दी 48 घंटे की मोहलत
घटना के लेकर चेन्नई में BJP के कार्यकर्ता और कई नेता आक्रोश जाहिर कर रहे हैं। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए चेन्नई के उपाध्यक्ष कारू नागराजन ने कहा कि हमे यह पता नहीं चल रहा कि चेन्नई तमिलनाडु की राजधानी है या मर्डर की। उन्होंने कहा कि आरोपी को अगर 48 घंटे के अंदर नहीं गिरफ्तार किया गया तो भाजपा प्रदर्शन करेगी।
पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी फुटेज
इस बीच, मामले में आगे की जांच जारी है। पुलिस अधिकारी हत्या स्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। तमिलनाडु में विपक्ष के नेता एआईडीएमके के पलानीस्वामी ने राज्य पुलिस की नाकामी का कड़ा विरोध किया। पलानीस्वामी ने ट्विटर पर लिखा कि ”20 दिनों में, 18 हत्याओं की खबरें हैं। इस तरह की घटनाओं ने राजधानी को एक जानलेवा शहर में बदल दिया है, जिससे कानून-व्यवस्था बाधित हो रही है और लोगों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।”