नवाब मलिक की बढ़ेंगी मुश्किलें: इधर आरोपों के बाद समीर की साली पहुंचीं थाने, उधर राज्यपाल से मिला परिवार
मुंबई। मुंबई क्रूज (Mumbai Cruise) में मिले ड्रग (Drug) के बाद महाराष्ट्र (Maharashtra) का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। राज्य के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) NCB से लेकर BJP तक पर हर दिन बड़े हमले कर रहे हैं और वह आज महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के खिलाफ हाइड्रोजन बम (hydrogen bomb) भी फोड़ने वाले हैं। इस बीच अब उनकी भी मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही है। समीर वानखेड़े के परिवार की तरफ से अब नवाब मलिक के खिलाफ तीसरी शिकायत दर्ज कराई गई है। यह शिकायत समीर वानखेड़े की साली ने हर्षदा दिनानाथ रेडकर (Harshada Dinanath Redkar) ने दर्ज कराई है। नवाब मलिक ने उन पर भी ड्रग के धंधे से जुड़े होने का आरोप लगाया था।
समीर वानखेड़े की साली हर्षदा ने मुंबई के गोरेगांव पुलिस थाने में नवाब मलिक के खिलाफ केस दर्ज कराया है। यह शिकायत आईपीसी की धारा 354, 354D, 503 और 506 के तहत कराई गई है। इसके अलावा महिला (प्रतिषेध) अश्लील प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1986 के सेक्शन 4 के तहत भी मलिक के खिलाफ शिकायत हुई है। इसके अलावा समीर के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े (Gyandev Wankhede) और उनकी पत्नी क्रांति रेडकर ने महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी (Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari) से भी मुलाकात की है और नवाब मलिक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
समीर के पिता ने राज्यपाल कोश्यारी से मिलने के बाद मैं और मेरी बहू ने राज्यपाल से मुलाकात की है। राज्यपाल ने हमें आश्वासन दिया है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर वानखेड़े ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमनें उन्हें सब कुछ बता दिया है, हमनें उन्हें कोई शिकायत नहीं दी है। लेकिन ये सच की लड़ाई है और इसे हम लड़ रहे हैं, हमें बस इसे लड़ने के लिए ताकत चाहिए।
सनातन संस्था ने दिया आरोपों पर जवाब
सनातन संस्था पर नवाब मलिक की तरफ से लगाए गए आरोप के बाद अब संस्था ने भी जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मुंबई ड्रग प्रकरण में अत्यधिक हीन स्तर की राजनीति हो रही है। उसमें नवाब मलिक ने स्वयं पर किए गए आरोपों के खुलासे के लिए सत्य न जानते हुए सनातन संस्था के नाम का अनुचित उपयोग किया है। दाऊद की कोई भी संपत्ति सनातन संस्था ने नहीं खरीदी है। वास्तव में रत्नागिरी के समाचारपत्रों में प्रकाशित समाचारों के अनुसार वह संपत्ति दिल्ली के एडवोकेट अजय श्रीवास्तव ने खरीदी है।