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कलह से जूझती कांग्रेस: अब झारखंड के 4 विधायकों ने अपने ही मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा, राहुल से करेंगे शिकायत

नई दिल्ली। कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। न सिर्फ पंजाब बल्कि कई राज्यों में कलह का सामना करना पड़ रहा है। अब ताजा मामला झारखंड का है। झारखंड में कांग्रेस की अंदरूनी कलह उभर कर सामने आ गई है। कांग्रेस के चार विधायकों ने गुरुवार को रांची में बैठक की। इन विधायकों ने पार्टी कोटे से सरकार में शामिल चार मंत्रियों के कामकाज पर नाराजगी जाहिर की।

एक रिपोर्ट के अनुसार यह चारों विधायक नई दिल्ली जाकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात करेंगे। नाराज विधायकों की ओर से दावा किया गया है कि 9 विधायक दिल्ली जाकर आलाकमान के समक्ष अपनी बातों को रखने का काम करेंगे। पार्टी नेता सरकार में शामिल कांग्रेस के चार मंत्रियों पर काम नहीं करने के आरोप लगा रहे हैं। बता दें कि हाल ही में कांग्रेस ने दिल्ली में बैठक आयोजित की थी, जिसमें झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष समेत कई बड़े नेताओं को तलब किया गया था।

रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि जमताड़ा विधायक इरफान अंसारी के नेतृत्व में कम से कम चार विधायक राहुल गांधी से मिलने की तैयारी कर रहे हैं। अंसारी के अनुसार, वे पार्टी के पांच और विधायकों के संपर्क में हैं, जो दिल्ली में उनके साथ बैठक में शामिल होंगे। असंतुष्ट विधायकों उमाशंकर अकेला, नमन विक्सल कोंगारी, राजेश कछप और इरफान अंसारी की बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया है।





इरफान अंसारी ने कहा कि पार्टी में रिजेक्टेड नेता को सेलेक्ट किया जा रहा है. उन्होंने कहा, सरकार में शामिल कांग्रेस कोटे के चारों मंत्री नकारा हैं। मंत्री बनने के बाद वे एक ही वर्ग का ख्याल रख रहे हैं। जनता इन मंत्रियों के काम से खुश नहीं है. ऐसे में अब मंत्रिमंडल में युवाओं को मौका मिलना चाहिए। इरफान ने बातचीत में कहा है कि महंगाई को लेकर जो आंदोलन किया जा रहा है, वह भी जमीन पर नहीं है. पार्टी में जनाधार वाले नेता को किनारे किया जा रहा है। इरफान से जब पूछा गया कि बाकी के 5 विधायक कौन हैं, तो उन्होंने कहा, समय आने पर बता दूंगा।

अंसारी ने आरोप लगाए कि जिन नेताओं को लोगों ने खारिज कर दिया, उन्हें पार्टी की तरफ से मंत्री पद के लिए चुना गया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस कोटा के सभी चारों मंत्री काम करने में असफल रहे हैं, क्योंकि लोग उनसे खुश नहीं है और इसलिए पार्टी के युवा नेताओं को मौका दिया जाना चाहिए।’

उधर, राजेश कच्छप ने कहा, कुछ दिन पहले कुछ नेताओं को बैठक के लिए दिल्ली बुलाया गया था. लेकिन हम लोगों की क्या गलती थी, जो हमें नहीं बुलाया गया. पार्टी ने हमें ही बेगाना बना दिया है। वहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि अगर वे मुलाकात कर रहे हैं, तो यह कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अगर पार्टी के चार विधायक एक साथ मिल रहे हैं, तो यह कोई गंभीर मुद्दा नहीं है। यह मेरी जानकारी में है और किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है।’

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