झाबुआ मामले में शिवराज ने ऐसे दिखाई सख्ती: कल एसपी पर गिराई गाज, आज नपे कलेक्टर
भोपाल। झाबुआ के पीजी कॉलेज के छात्रों से अशोभनीय भाषा का प्रयोग करने वाले मामले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो दिनों एक्शन में हैं। उन्होंने पहले कल सोमवार को अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करने पर एसपी अरविंद तिवारी पर गाज गिराते हुए निलंबित कर दिया था। वहीं मंगलवार को अब कलेक्टर सोमेश मिश्रा को हटाने का निर्देश दे दिए। उनके निर्देश के बाद तत्काल प्रभाव से आदेश भी जारी कर दिया गया। उनकी जगह पर रजनी सिंह को झाबुआ कलेक्टर बनाया गया है।
दरअसल झाबुआ के पीजी कॉलेज में अतिक्रमण को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था। जिसके बाद कॉलेज छात्रों और ग्रामीणों में विवाद हुआ था। और इसी विवाद को लेकर करीब 150 छात्र थाने पहुंचे थे। इस दौरान छात्रों ने अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की थी। लेकिन पुलिसकर्मियों ने छात्रों की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर नहीं लिखी थी।
छात्रों को धमकाया था एसपी ने
इसके बाद जब उन्होंने एससपी अरविंद तिवारी से बात की उन्होंने छात्रों से गाली-गलौज कर सभी छात्रों को अंदर करने की धमकी दी। एसपी ने कहा कि उससे अच्छी सुरक्षा कहीं और नहीं मिल सकती। यह भी कहा कि चालीस बच्चे हैं तो क्या, सबको अंदर कर देंगे। बातचीत में ऐसा लग रहा है कि एसपी नशे में है और उन्होंने नशे में ही बच्चों के साथ गाली-गलौज की है। गाली-गलौज का आॅडियो भी वायरल हो गया था।
कलेक्टर के खिलाफ मिली थीं खूब शिकायतें
आॅडियो के वायरल होने बाद सीएम के निर्देश के बाद एसपी अरविंद तिवारी को तत्काल रूप से हटाते हुए निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद सीएम शिवराज ने झाबुआ कलेक्टर सोमेश मिश्रा को हटाने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि सीएम झाबुआ के दौरे पर थे और वहां कलेक्टर के खिलाफ कई शिकायतें मिली थी। उनके खिलाफ झाबुआ में सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में भी गड़बड़ी की शिकायतें मिली थी। हितग्राहियों को समय पर योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा था। इससे शिवराज नाराज हो गए और उन्होंने तत्काल प्रभाव से झाबुआ कलेक्टर को हटाने के निर्देश दे दिए।