हनुमान जयंती आज: भोपाल में हिन्दू संगठनों के जुलूस को लेकर प्रशासन सतर्क, ड्रोन से रखी जाएगी नजर
भोपाल। मध्यप्रदेश में आज शनिवार को धूमधाम से हनुमान जयंती मनाई जा रही है। हनुमान जयंती के इस खास मौके पर हिन्दू संगठनों द्वारा भोपाल के इतवारा-बुधवारा में जुलूस निकालने की तैयारी की है और प्रशासन ने इसकी अनुमति भी दे दी है। अनुमति देने के बावजूद भी शासन और प्रशासन पूरी तरह से सतर्कता बरत रहे हैं। हालांकि आयोजकों ने भी प्रशासन का सहयोग करते हुए जुलूस में बजाए जाने वाले गाने और नारों की सूची प्रशासन को भेज दी है। वहीं शहर काजी ने भी शहर में गंगा-जमुनी तहजीब की बात कही है।
बता दे कि जिन इलाकों में हिन्दू संगठनों ने जुलूस निकाले की बात कही है, वह इलाके बेहद संकरे और संवेदनशील हैं, जिससे वर्ग विशेष में भय और बेचैनी का माहौल है। रमजान का पवित्र महीना चल रहा है। बता दें कि बुधवार को खरगोन दंगे को लेकर भोपाल के शहर काजी मुश्ताक अली नदवी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिलकर ज्ञापन सौंपा था। भोपाल में हनुमान जयंती के जुलूस निकालने को लेकर प्रशासन हाई अलर्ट पर है। वहीं आज कुछ शर्तें लागू की गई है. जिसके मुताबिक कोई भी समिति प्रशासन की अनुमति के बिना जुलूस नहीं निकाल सकेगी।
इन्हें मिली अनुमति
पुलिस की ओर से जय मां भवानी हिंदू संगठन को यह अनुमति दी गई है, जो काली घाट मंदिर से चार बत्ती चौराहा, बुधवारा, इतवारा, मंगलवारा, आजाद मार्केट, जुमेराती, घोड़ा नक्कास, बस स्टैंड भोपाल टॉकीज, झूले लाल मंदिर, सिंधी कॉलोनी तक जुलूस निकाल सकेंगे। जुलूस 16 अप्रैल को शाम साढ़े 4 बजे से शुरू होगा।
यह हैं शर्तें
जुलूस के दौरान आयोजकों को शर्तों का पालन करना होगा। बता दें कि पुराने शहर के इतवारा-बुधवारा बेहद संवेदनशील इलाके हैं। यहां कुछ नियमों के तहत जुलूस निकालने की अनुमति प्रशासन ने दी है। जैसा कि किसी दूसरे धर्म-संप्रदाय के लोगों को ठेस पहुंचाने वाले आपत्तिजनक नारे, बैनर-पोस्टर नहीं लगाए जाएंगे। अव्यवस्था हुई तो आयोजक जिम्मेदार होंगे और उन पर कानूनी कार्रवाई होगी।
भोपाल शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी साहब सभी धर्मों के लोगों से अपील की है कि हम सब जानते हैं कि त्यौहार इसलिए होते हैं कि खुशियां मनाई जाएं। हर त्यौहार का मतलब होता है खुश होइए और खुशियां बांटिए। शहर के लोग किसी के बहकावे में नहीं आएंगे। यहां की गंगा-जमुनी तहजीब मिसाल है। सब मिलकर त्योहार मनाइए। हमारा भी यही संदेश है।
दरअसल रामनवमी पर खरगोन और बड़वानी में सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं के बाद अब पुलिस और प्रशासन सतर्क दिखाई दे रहा है। शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव पर हिंदू संगठन जुलूस निकाल रहे हैं। बुधवारा और इतवारा से जुलूस निकाले जाने पर भोपाल में आयोजकों के साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की बैठक हुई। दोनों पक्षों के बीच चर्चा में परंपरागत मार्ग से ही जुलूस निकाले जाने की अनुमति दी गई, परंतु आयोजकों को 16 शर्तों का ध्यान रखने की हिदायत दी गई। बता दें कि हनुमान जन्मोत्सव का जुलूस पुराने शहर के काली मंदिर से शुरू होकर सिंधी कॉलोनी पर खत्म होगा इन पूरी जगह पर लगभग 80 से 85 मस्जिद है। मुसलमानों की संख्या डेढ़ लाख के करीब है।
- इससे पहले आयोजकों को डीजे पर जो गाने बजाए जाएंगे उसकी लिस्ट देना होगी।
- जुलूस में त्रिशूल-गदा को छोड़कर किसी तरह का हथियार प्रतिबंधित रहेगा।
- आयोजकों को पुलिस के साथ जुलूस में सबसे आगे चलना होगा।
- जुलूस के दौरान 600 पुलिसकर्मी तैनात होंगे।
- पूरे जुलूस की ड्रोन से मॉनिटरिंग होती रहेगी।
- किसी की धर्म, संप्रदाय की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाएंगे।
- नशा, मादक पदार्थ का सेवन नहीं करेंगे।
- आपत्तिजनक नारे नहीं लगाए जाएंगे।