मध्यप्रदेश

कांग्रेस नेता का बड़ा बयान: जातिवाद से सिर्फ नेताओं का भला हुआ, बंद होनी चाहिए सांसदों और विधायकों की पेंशन, जानें क्या बोली भाजपा

भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता (senior congress leader) और चाचोड़ा विधानसभा सीट से विधायक (MLA from Chachoda assembly seat) लक्ष्मण सिंह (Lakshman Singh) ने नेताओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ट्वीट (Tweet) कर लिखा है कि जातिवाद (Casteism) के नाम पर अब तक किसी का भला नहीं हुआ है और अगर जातिवाद के नाम पर भला हुआ है तो सिर्फ नेताओं का। उन्होंने इस ट्वीट के लगातार एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं।

लक्ष्मण सिंह ने अपने एक अन्य ट्वीट में सांसदों, विधायकों की पेंशन (Pension of MPs, MLAs) भी बंद करने की बात कहते हुए पेंशन के मुद्दे पर शिक्षक और सैनिकों की समस्याओं के लिए आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण करने वाला शिक्षक (teacher) , राष्ट्र की रक्षा करने वाला सैनिक (nation guard) , अपनी पेंशन (pension) की लड़ाई लड़ रहा है तो सांसद, विधायक, अधिकारी की पेंशन भी बंद होनी चाहिए।

लक्ष्मण सिंह ने एक बार फिर जातिवाद पर जोर देते हुए कहा कि जातिवाद की राजनीति ने न तो देश का और न जातियों का भला किया है। अगर जातिवाद की राजनीति ने भला किया है तो वह केवल नेताओं का भला किया है। लक्ष्मण सिंह ने सलाह भी दी है कि इसके लिए पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री (Former Prime Minister Lal Bahadur Shastri) का अनुसरण करना चाहिए। उन्होने कहा कि शास्त्रीजी जातिवाद के खिलाफ थे और वे स्वयं की जाति का भी उल्लेख नहीं करते थे।

भाजपा का पलटवार
उनके इस बयान के बाद प्रदेश की सियासत भी गरमा गई है। लक्ष्मण सिंह के ट्वीट का जवाब देते हुए भाजपा ने कहा कि देश में जातिवाद के अगर कोई जिम्मेदार है, तो वह सिर्फ कांग्रेस है। भाजपा प्रवक्ता लोकेंद्र पाराशर (BJP spokesperson Lokendra Parashar) ने कहा कि देश में जातिवाद के लिए कांग्रेस, मुगल और अंग्रेज जिम्मेदार हैं। भाजपा ने कहा कि लोग जाति व्यवस्था में रहें,हमें आपत्ति नहीं लेकिन जब वाद होता है तो विवाद होता है और इस विवाद की जड़ कांग्रेस है।

वहीं सांसद विधायक की पेंशन बंद करने की कांग्रेस विधायक की मांग पर भाजपा ने कहा कि देश के रक्षक सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन के लिए कांग्रेस के कारण ही परेशान होना पड़ा। लक्ष्मण सिंह पहले कांग्रेस विधायकों की पेंशन रुकवा दें।

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