जातिगत जनगणना पर बढ़ा दबाव, नीतीश के नेतृत्व में पीएम से आज मिलेगा बिहार का प्रतिनिधिमंडल
नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश और पंजाब समेत कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में जातिगत जनगणना एक बड़ा मु्द्दा बन सकता है। इसको लेकर केन्द्र सरकार पर लगातार दबाव भी बनाया जा रहा है। इस मुद्दे को भाजपा की सहयोगी पार्टी जदयू ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जाति जनगणना के मुद्दे पर सबसे ज्यादा मुखर इस समय जदयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बिहार के विभिन्न दलों के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने दिल्ली जा रहे हैं।
जातीय जनगणना का मुद्दा ओबीसी से जुड़ जाने के कारण इसका खासा असर हो सकता है। खासकर उत्तर प्रदेश में ओबीसी की राजनीति चुनावों में बड़ी भूमिका निभाती रही है। इस मुद्दे की राजनीतिक तपिश को भाजपा भी महसूस कर रही है और वह इसे न तो नकार पा रही है और न ही स्वीकार कर पा रही है। हालांकि पार्टी ने बिहार से नीतीश कुमार के नेतृत्व में आ रहे प्रतिनिधिमंडल में खुद को भी शामिल किया है, ताकि यह संदेश न जाए कि भाजपा इसके खिलाफ है।
जातिगत जनगणना पर नीतीश की पीएम संग बैठक
नीतीश कुमार राजधानी दिल्ली आ गए हैं और उन्होंने खुद जानकारी दी है कि वे प्रधानमंत्री से मिलने जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि हम पीएम नरेंद्र मोदी से मिलेंगे। हमारी मांग है कि अब देश में जातिगत जनगणना करवाई जाए। अब ये मुलाकात ज्यादा मायने इसलिए रखती है क्योंकि इस बैठक में तेजस्वी यादव से लेकर वीआईपी के मुखिया और मंत्री मुकेश सहनी तक, सभी शामिल होने वाले हैं। बिहार से बीजेपी नेता और नीतीश सरकार में मंत्री जनक राम भी इस मांग को उठाने वाले हैं। ऐसे में इस बार नीतीश कुमार पूरी तैयारी के साथ पीएम से मिलने वाले हैं।
10 दलों का प्रतिनिधिमंडल शामिल
हाल ही में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में कहा था कि केंद्र जाति के अनुसार जनसंख्या की गणना नहीं करेगा। केंद्र के उस जवाब के बाद से ही नीतीश कुमार ने फिर अपनी मांग उठाई और इस मुद्दे पर केंद्र को घेरने की तैयारी की. अब उस घेराबंदी का ही नतीजा है कि 10 दलों का प्रतिनिधिमंडल पीएम मोदी से मुलाकात करने जा रहा है।
इस प्रतिनिधिमंडल की बात करें तो इसमें बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा, सीपीआईएमएल से महबूब आलम, एआईएमआईएम से अख्तरुल इमान, पूर्व सीएम और हम पार्टी के अध्यक्ष जीतन राम मांझी, वीआईपी के मुखिया और मंत्री मुकेश सहनी भी शामिल होंगे। इनके अलावा सीपीआई से सूर्यकांत पासवान, और सीपीएम के अजय कुमार समेत 11 नेता शामिल होंगे।