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जहांगीरपुरी हिंसा दिल्ली पुलिस की खुफिया विभाग की असफलता, पहले से ही थी बवाल की आशंका: दावा

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर निकली शोभायात्रा में बवाल हो गया। बवाल की शुरूआत कुशल सिनेमा के पास सी ब्लॉक से शुरू हुई। शोभायात्रा के दौरान दो पक्ष आमने-सामने आ गए और एक-दूसरे को निशाना बनाकर ईंट-पत्थर चलाए। उपद्रवी भीड़ ने पुलिस को भी नहीं बख्शा। इस घटना में छह पुलिसकर्मियों समेत कुल सात लोग घायल हो गए हैं. दिल्ली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं अब तक करीब 15 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

दावा यह भी किया जा रहा है कि उपद्रव होने की आशंका पहले से ही थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में इसे दिल्ली पुलिस की खुफिया विभाग की असफलता बताया जा रहा है। के ब्लॉक के रहने वाले राजबीर ने सवाल किया कि शोभायात्रा निकालते और उसकी तैयारी करते वक्त दंगा होने की आशंका पहले से ही थी तो पुलिस को इस बारे में क्यों नही पता चला। हिंसा को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री से बात की है और कहा है कि हिंसा के दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। घटना को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो चुकी है।

500 मीटर तक बिखरी थी र्इंटे और पत्थर
शोभायात्रा में शामिल लोगों पर हमले के बाद सड़क पर करीब 500 मीटर तक कांच, पत्थर व ईंटें बिखरी थीं। सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर इतनी मात्रा में कांच की बोतलें व पत्थर कहां से आ गए। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जहांगीरपुरी के सी-ब्लॉक में जब शोभायात्रा धार्मिक स्थल के पास से गुजर रही थी तभी उपद्रव हो गया। यहां दोनों पक्षों के लोगों ने नारेबाजी करना शुरू कर दिया था।





सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो को खंगाल रही पुलिस
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो को खंगालकर पुलिस ने छह संदिग्धों की पहचान की है। वहीं शक के आधार पर करीब 12 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस की कई टीमें देर रात तक मौके से सुराग जमा करने में जुटी थीं। हिरासत में लिए गए लोगों को अलग-अलग स्थानों पर ले जाकर पूछताछ की जा रही थी।

अफवाह फैलाई
मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि शोभायात्रा के दौरान यह अफवाह फैलाई गई कि कुछ लोग सी-ब्लॉक स्थित एक धार्मिक स्थल में घुस गए हैं। इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। हालांकि, स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक का कहना है कि यह जांच का विषय है कि इसका जिम्मेदार कौन है। बिना पूरी जांच किए इस पर कोई बयान देना जल्दबाजी होगी। पुलिस संदिग्धों की पहचान करने की कोशिश में जुटी है। हम जल्द ही मामले को सुलझा लेंगे।

जान बचाने भागने लगे थे लोग
उपद्रव शुरू होते ही चारों तरफ भगदड़ मच गई थी। लोग जान बचाने के लिए सुरक्षित जगह देख रहे थे। एच ब्लॉक में रहने वाले मनीष ने बताया कि साजिश के तहत उपद्रव हुआ है। एक समुदाय ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। हथियार, बोतल व पत्थरों को एकत्रित किया गया था। घटनास्थल के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि उपद्रव करना पूरी तरह नियोजित था।

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